भरतपुर. 'इंतहा हो गई इंतजार की...' बॉलीवुड का ये गाना तो आपने बहुत सुना होगा. लेकिन कुछ ऐसा ही जिले के अधिकारियों के साथ हुआ जब अधिकारी 3 घंटे तक मंत्री जी की बाट जोहते रहे. घंटों आखों को थकाने के बाद जब मंत्री जी ने दस्तक दी तो मीडिया वालों के इस सवाल पर वो बिफर पड़े और बोले लेट हो जाता है, रास्ते में लोग मिलेंगे तो बात नहीं करेंगे क्या. बाकी ये मुद्दा मेरे और अधिकारियों के बीच का है, मैं इसके लिए मीडिया वालों को जवाब देना उचित नहीं समझता.
बजरी खनन माफिया और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ को लेकर उन्होंने कहा की इसकी जानकारी मुझे अभी लगी है और इसके बारे में पुलिस महानिरीक्षक से बात करूंगा.
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दरअसल, राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खेल मंत्री अशोक चांदना भरतपुर जिले के प्रभारी मंत्री भी है जिनको शनिवार को मिनी सचिवालय में विकास के मुद्दों को लेकर अधिकारीयों की बैठक लेनी थी जिसका समय अधिकारीयों को 12:30 PM का दिया था. जहां अधिकारी आधा घंटे पहले 12 बजे ही मीटिंग सभागार में आकर बैठ गए थे और मंत्री जी का इन्तजार करते रहे. मंत्री चांदना 3 बजे मीटिंग सभागार में पहुंचे और जब इसका सवाल मीडिया ने पुछा तो वह मीडिया पर भड़क गए और कहा की इसका जवाब आप लोगों को मुझे देने की जरुरत नहीं है.
गौरतलब है की मंत्री अशोक चांदना पहले भी एक अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में सुर्ख़ियों में रह चुके है. तीन घंटे तक इन्तजार करने का सवाल जब वहां बैठे अधिकारीयों से पूछा गया तो वे एक दूसरे का मुंह ताकने लगे और जवाब नहीं दे सके.