भरतपुर. राजस्थान सरकार के उप मुख्यमंत्री, सचिन पायलट मंगलवार को भरतपुर पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए वो अपनी ही सरकार के फैसले से निराश दिखाई दिए. सरकार के फैसले पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि निकाय चुनाव में महापौर के चुनाव सीधे तौर पर जनता द्वारा करवाए जाएंगे. लेकिन सरकार ने फेरबदल कर इस चुनाव को अप्रत्यक्ष कर दिया.
पायलट ने कहा इस फैसले में ये भी है कि जो पार्षद चुनाव हार जायेगा वह महापौर भी बन सकता है. ये फैसला भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगा और सरकार को इस पर पुर्नविचार करना चाहिए. सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस का फॉर्मूला था कि निकाय चुनावों में महापौर या चेयरमैन के चुनाव सीधे किये जायेंगे. लेकिन सरकार ने उस निर्णय को पलट दिया जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगा और जनता उसमे जनता की कोई भागीदारी नहीं हो सकेगी.
निकाय चुनाव में कोई गठबंधन नहीं
वहीं विगत दिनों निकाय चुनाव में कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन द्वारा चुनाव लड़ने के बाद चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग और कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बीच मतभेद भी हो गया था. इस मुद्दे पर को स्पष्ट करते हुए पायलट ने कहा कि हमारा गठबंधन सिर्फ विधानसभा चुनाव तक था. निकाय चुनावों में किसी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं है. अभी तक तो यह होता आया है कि कांग्रेस पार्टी बगैर गठबंधन के ही निकाय चुनाव लड़ती आई है. मौजूदा वक्त में गठबंधन की कोई उम्मीद नहीं है.
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उपचुनाव कांग्रेस जीतेगी
कांग्रेस पूर्व में भी उपचुनाव जीती थी और इस बार हुए दोनों विधानसभा के उप चुनाव जीतेगी. साथ ही आगामी निकाय चुनावों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी. क्योंकि सभी मंत्रियों ने कहा है कि 10-11 महीने के सरकार का कार्यकाल काफी अच्छा रहा है. और सरकार की यह कोशिश कर रही है की युवाओं को रोजगार, बेरोजगारी भत्ता व किसानों के कर्जे माफ़ किये जाएं.