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'वन नेशन वन राशन कार्ड' में नाम जुड़वाने के लिए उमड़ रही भारी भीड़...जमकर उड़ाई जा रही कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां

मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया वन नेशन वन राशन कार्ड में नाम जुड़वाने को लेकर आधार कार्ड होना जरूरी है. ऐसे में भरतपुर में आधार कार्ड बनवाने वालों की बैंकों में भीड़ उमड़ रही है.

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Published : Dec 15, 2020, 5:53 PM IST

राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए भीड़, Rush to add names to ration card
राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए भीड़

भरतपुर. केंद्र सरकार की तरफ से शुरू किया गया वन नेशन वन राशन कार्ड में नाम जुड़वाने को लेकर आधार कार्ड होना जरूरी है. जिसको लेकर जिले में आधार कार्ड बनवाने वालों की बैंकों में भीड़ उमड़ रही है.

राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए भीड़

इस भीड़ में एक ओर जहां लोग कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ा रहे है, वहीं दूसरी तरफ लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सुबह 5 बजे से ही आधार कार्ड बनवाने के लिए लाइनों में लग जाते है, लेकिन आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों के ढुलमुल रवैये के कारण उन्हें बिना आधार कार्ड बनवाए वापस लौटना पड़ रहा है. इसकी शिकायत जब जिला कलेक्टर के पास पहुंची तो मंगलवार को एक अधिकारियों की टीम शहर के लक्ष्मण मंदिर चौराहे स्थित स्टेट बैंक में पहुंची और बैंक के अधिकारियों को आधार कार्ड बनाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए.

पढ़ेंः कोटा में शिशुओं की मौत का मामला: स्टेट कमेटी ने तैयार की रिपोर्ट, 12 नवजातों की मौत पर अस्पताल को क्लीन चिट

दरअसल, वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत घर के सभी सदस्यों का आधार कार्ड होना जरूरी है. आधार कार्ड बनने के बाद घर के सभी सदस्यों का नाम राशन कार्ड में जोड़ा जाता है. उसी के तहत परिवार को राशन की दुकान से गेहूं मिलता है, अगर किसी भी परिवार के सदस्य का नाम राशन कार्ड में नहीं होगा, तो उस परिवार को गेहूं नहीं मिलेगा.

जिसको लेकर लोगों अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आधार कार्ड बनवाने के लिए पहुंच रहे है. ज्यादा भीड़ होने के कारण लोग सुबह 5 बजे से ही बैंक में लाइनें लगा कर खड़े हो जाते है, लेकिन जब तक लोगों का नंबर आता है, तब तक आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारी सर्वर डाउन का हवाला देकर लोगों को वापस लौटा देते है.

आधार कार्ड ना बनने से परेशान लोगों ने जिला कलेक्टर से इसकी शिकायत की. जिसके बाद आज सूचना अधिकारी अपनी टीम के साथ लक्ष्मण मंदिर के चौराहे के स्थित सेंट्रल बैंक पर पहुंचे और वहां बिगड़े हालातों को जाना. इस दौरान सूचना अधिकारी ने बताया कि जो कर्मचारी आधार बना रहे है, उन्हें बैंक का भी काम करना पड़ रहा है. जिसके बाद बैंक के मैनेजर को निर्देश दिए गए कि वह बैंक का काम ना करके जिन कर्मचारियों को आधार कार्ड बनाने का काम दिया गया है, वह उन्हें बनाए.

पढ़ेंः PCCB होम लोन घोटाला मामले में बैंक के चेयरमैन का बयान, संचालक मंडल भंग करने की हो रही राजनीति

एक टेबल पर 40 आधार कार्ड तैयार किए जाते है. आधार कार्ड बनाने वाले प्रत्येक कर्मचारी 40 फॉर्म लेकर आधार कार्ड बनाए. जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े. हालांकि अब भरतपुर में भीड़ को देखते हुए आधार सेंटर बढ़ाने को लेकर अधिकारियों से बात की गई. जल्द से जल्द आधार सेंटर बढ़ाए जाएंगे. जिससे लोगों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.

भरतपुर. केंद्र सरकार की तरफ से शुरू किया गया वन नेशन वन राशन कार्ड में नाम जुड़वाने को लेकर आधार कार्ड होना जरूरी है. जिसको लेकर जिले में आधार कार्ड बनवाने वालों की बैंकों में भीड़ उमड़ रही है.

राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए भीड़

इस भीड़ में एक ओर जहां लोग कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ा रहे है, वहीं दूसरी तरफ लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सुबह 5 बजे से ही आधार कार्ड बनवाने के लिए लाइनों में लग जाते है, लेकिन आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों के ढुलमुल रवैये के कारण उन्हें बिना आधार कार्ड बनवाए वापस लौटना पड़ रहा है. इसकी शिकायत जब जिला कलेक्टर के पास पहुंची तो मंगलवार को एक अधिकारियों की टीम शहर के लक्ष्मण मंदिर चौराहे स्थित स्टेट बैंक में पहुंची और बैंक के अधिकारियों को आधार कार्ड बनाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए.

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दरअसल, वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत घर के सभी सदस्यों का आधार कार्ड होना जरूरी है. आधार कार्ड बनने के बाद घर के सभी सदस्यों का नाम राशन कार्ड में जोड़ा जाता है. उसी के तहत परिवार को राशन की दुकान से गेहूं मिलता है, अगर किसी भी परिवार के सदस्य का नाम राशन कार्ड में नहीं होगा, तो उस परिवार को गेहूं नहीं मिलेगा.

जिसको लेकर लोगों अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आधार कार्ड बनवाने के लिए पहुंच रहे है. ज्यादा भीड़ होने के कारण लोग सुबह 5 बजे से ही बैंक में लाइनें लगा कर खड़े हो जाते है, लेकिन जब तक लोगों का नंबर आता है, तब तक आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारी सर्वर डाउन का हवाला देकर लोगों को वापस लौटा देते है.

आधार कार्ड ना बनने से परेशान लोगों ने जिला कलेक्टर से इसकी शिकायत की. जिसके बाद आज सूचना अधिकारी अपनी टीम के साथ लक्ष्मण मंदिर के चौराहे के स्थित सेंट्रल बैंक पर पहुंचे और वहां बिगड़े हालातों को जाना. इस दौरान सूचना अधिकारी ने बताया कि जो कर्मचारी आधार बना रहे है, उन्हें बैंक का भी काम करना पड़ रहा है. जिसके बाद बैंक के मैनेजर को निर्देश दिए गए कि वह बैंक का काम ना करके जिन कर्मचारियों को आधार कार्ड बनाने का काम दिया गया है, वह उन्हें बनाए.

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एक टेबल पर 40 आधार कार्ड तैयार किए जाते है. आधार कार्ड बनाने वाले प्रत्येक कर्मचारी 40 फॉर्म लेकर आधार कार्ड बनाए. जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े. हालांकि अब भरतपुर में भीड़ को देखते हुए आधार सेंटर बढ़ाने को लेकर अधिकारियों से बात की गई. जल्द से जल्द आधार सेंटर बढ़ाए जाएंगे. जिससे लोगों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.

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