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SPECIAL: मानसून का ये साल भरतपुर में रहा फीका, 195 बांध रह गए सूखे

भरतपुर के लोग इस साल भी हर साल की तरह अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन शायद इस बार इंद्रदेव रुठे हुए लग रहे हैं. क्योंकि इस बार जिले में 15 अगस्त तक करीब 296 मिमी बरसात हुई है, जो जिले की कुल औसत बरसात 557.60 मिमी से काफी कम है. साथ ही 197 बांधों में से सिर्फ 2 ही बांधों में पानी आ पाया है, बाकी 195 अभी भी सूखे हुए हैं.

Bharatpur rain news, भरतपुर बारिश की खबर
मानसून का ये साल भरतपुर में रहा फीका
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Published : Aug 22, 2020, 4:17 PM IST

भरतपुर. प्रदेश के कई जिलों में इस बार मानसून मेहरबान रहा और बरसात काफी अच्छी रही. लेकिन भरतपुर से इस बार इंद्रदेव रूठे हुए नजर आ रहे हैं. जिले में इस बार औसत से कम बरसात हुई है. वहीं, जिले के बीते 25 साल के बरसात के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस बार सबसे कम बरसात दर्ज की गई है, यही वजह है कि जिले के दो बांधों को छोड़कर सभी बांध सूखे पड़े हैं. साथ ही किसानों को भी खरीफ की फसल की चिंता सता रही है.

भरतपुर में औसत से भी कम हुई बारिश

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि इस साल भरतपुर जिले में 15 अगस्त तक करीब 296 मिमी बरसात हुई है, जो कि जिले की कुल औसत बरसात 557.60 मिमी से काफी कम है. बीते 25 सालों में यह सबसे कम बरसात है.

सिर्फ दो बांधों में आया पानी, 195 बांध सूखे

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि जिले में कुल 197 बांध हैं. लेकिन इनमें से स्टोरेज बांध कम और डायवर्जन और फ्लड प्रोटेक्शन बांध ज्यादा हैं. इस बार जिले में बरसात कम होने की वजह से बंध बारैठा और अजान बांध में ही पानी आया है.

Bharatpur rain news, भरतपुर बारिश की खबर
बांध का जलस्तर घटा

पढ़ेंः Ground Report: वो बरसात और तबाही के निशान, लाल डूंगरी के 'जख्म' अब भी हरे

बंध बारैठा की भराव क्षमता करीब 29 फीट है, लेकिन इस बार इसमें करीब 18.50 फीट पानी आया है. इसी प्रकार अजान बांध की भराव क्षमता 18.50 फीट है, लेकिन इसमें सिर्फ 70 सेंटीमीटर पानी ही आया है.

अंतरराज्यीय जल से मिलेगी मदद

अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि जिले के डीग, कुम्हेर, कामां और नगर क्षेत्र में औसत से बहुत कम बरसात हुई है. लेकिन इस क्षेत्र के किसानों के लिए इस बार गुडगांवा कैनाल और भरतपुर फीडर से पर्याप्त मात्रा में पानी मिला है. इसके चलते इस क्षेत्र के किसानों को कम बरसात के बावजूद सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा.

Bharatpur rain news, भरतपुर बारिश की खबर
जिले में बारिश की स्थिति

साल 2020 में हुई जिले में इतनी बरसात (15 अगस्त तक)

शहरमिमी
कामां 340
सेवर 413
कुम्हेर 361
नदबई 369
नगर317
पहाड़ी 245
वैर 380
उच्चैन 260
सीकरी 411
रूपवास 289
डीग 193
हलैना 300
हिंगोटा 137
बयाना 315
भरतपुर शहर 297

25 साल में बारिश का रिकॉर्ड

सालबरसात
1995 922
1996 1036
1997 502
1998 915
1999 480
2000 389
2001 535
2002 290
2003 716
2004 403
2005 661
2006 316
2007 394
2008 758
2009 483
2010 697
2011 671.05
2012 682.73
2013547.84
2014449.89
2015497
2016685
2017305
2018679
2019462.80

साल 1995 से 2018 तक औसत बारिश 674 मिमी और साल 2019 में औसत बरसात 557.60 मिमी.

पढ़ेंः SPECIAL : उचित मूल्य के दुकानदार ही कर रहे गरीबों के निवालों की कालाबाजारी, सरकारी कर्मचारी भी नहीं हैं पीछे

गौरतलब है कि भरतपुर जिले में इस बार 31 जुलाई तक 142 मिलीमीटर बरसात हुई थी, लेकिन 1 अगस्त से 15 अगस्त के दौरान कुल 154 मिलीमीटर बरसात हुई, जोकि भरतपुर की कुल बरसात 296 मिलीमीटर का करीब 52 फीसदी है. इतना ही नहीं मौसम विभाग की ओर से राजस्थान के कई जिलों में 17 और 18 अगस्त को अच्छी बरसात होने की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन भरतपुर जिले में 17 व 18 अगस्त को भी मानसून ने निराश किया.

भरतपुर. प्रदेश के कई जिलों में इस बार मानसून मेहरबान रहा और बरसात काफी अच्छी रही. लेकिन भरतपुर से इस बार इंद्रदेव रूठे हुए नजर आ रहे हैं. जिले में इस बार औसत से कम बरसात हुई है. वहीं, जिले के बीते 25 साल के बरसात के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस बार सबसे कम बरसात दर्ज की गई है, यही वजह है कि जिले के दो बांधों को छोड़कर सभी बांध सूखे पड़े हैं. साथ ही किसानों को भी खरीफ की फसल की चिंता सता रही है.

भरतपुर में औसत से भी कम हुई बारिश

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि इस साल भरतपुर जिले में 15 अगस्त तक करीब 296 मिमी बरसात हुई है, जो कि जिले की कुल औसत बरसात 557.60 मिमी से काफी कम है. बीते 25 सालों में यह सबसे कम बरसात है.

सिर्फ दो बांधों में आया पानी, 195 बांध सूखे

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि जिले में कुल 197 बांध हैं. लेकिन इनमें से स्टोरेज बांध कम और डायवर्जन और फ्लड प्रोटेक्शन बांध ज्यादा हैं. इस बार जिले में बरसात कम होने की वजह से बंध बारैठा और अजान बांध में ही पानी आया है.

Bharatpur rain news, भरतपुर बारिश की खबर
बांध का जलस्तर घटा

पढ़ेंः Ground Report: वो बरसात और तबाही के निशान, लाल डूंगरी के 'जख्म' अब भी हरे

बंध बारैठा की भराव क्षमता करीब 29 फीट है, लेकिन इस बार इसमें करीब 18.50 फीट पानी आया है. इसी प्रकार अजान बांध की भराव क्षमता 18.50 फीट है, लेकिन इसमें सिर्फ 70 सेंटीमीटर पानी ही आया है.

अंतरराज्यीय जल से मिलेगी मदद

अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि जिले के डीग, कुम्हेर, कामां और नगर क्षेत्र में औसत से बहुत कम बरसात हुई है. लेकिन इस क्षेत्र के किसानों के लिए इस बार गुडगांवा कैनाल और भरतपुर फीडर से पर्याप्त मात्रा में पानी मिला है. इसके चलते इस क्षेत्र के किसानों को कम बरसात के बावजूद सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा.

Bharatpur rain news, भरतपुर बारिश की खबर
जिले में बारिश की स्थिति

साल 2020 में हुई जिले में इतनी बरसात (15 अगस्त तक)

शहरमिमी
कामां 340
सेवर 413
कुम्हेर 361
नदबई 369
नगर317
पहाड़ी 245
वैर 380
उच्चैन 260
सीकरी 411
रूपवास 289
डीग 193
हलैना 300
हिंगोटा 137
बयाना 315
भरतपुर शहर 297

25 साल में बारिश का रिकॉर्ड

सालबरसात
1995 922
1996 1036
1997 502
1998 915
1999 480
2000 389
2001 535
2002 290
2003 716
2004 403
2005 661
2006 316
2007 394
2008 758
2009 483
2010 697
2011 671.05
2012 682.73
2013547.84
2014449.89
2015497
2016685
2017305
2018679
2019462.80

साल 1995 से 2018 तक औसत बारिश 674 मिमी और साल 2019 में औसत बरसात 557.60 मिमी.

पढ़ेंः SPECIAL : उचित मूल्य के दुकानदार ही कर रहे गरीबों के निवालों की कालाबाजारी, सरकारी कर्मचारी भी नहीं हैं पीछे

गौरतलब है कि भरतपुर जिले में इस बार 31 जुलाई तक 142 मिलीमीटर बरसात हुई थी, लेकिन 1 अगस्त से 15 अगस्त के दौरान कुल 154 मिलीमीटर बरसात हुई, जोकि भरतपुर की कुल बरसात 296 मिलीमीटर का करीब 52 फीसदी है. इतना ही नहीं मौसम विभाग की ओर से राजस्थान के कई जिलों में 17 और 18 अगस्त को अच्छी बरसात होने की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन भरतपुर जिले में 17 व 18 अगस्त को भी मानसून ने निराश किया.

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