अलवर. जिले में 886 वर्ग किलोमीटर में फैला सरिस्का नेशनल पार्क है तो वहीं अलवर में तेजी से प्रदूषण फैल रहा है. इसका बड़ा कारण पेड़ों की कम होती संख्या है. ऐसे में सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है और समय रहते जरूरी कदम उठाने की जरूरत है. ईटीवी भारत की तरफ से हरा-भरा राजस्थान मुहिम के तहत अलवर के मोती डूंगरी स्थित तिवारी क्लासेस में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस मौके पर ईटीवी भारत की टीम ने युवाओं को ईटीवी भारत मोबाइल एप के बारे में जानकारी देते हुए बताया एक प्लेटफार्म पर न्यूज़ पढ़ने के साथ देख भी सकते हैं. उसके बाद ईटीवी भारत द्वारा चलाई जा रही हरा भरा राजस्थान मुहिम की विस्तार से जानकारी दी गई. ईटीवी भारत के अलवर प्रभारी हिमांशु शर्मा ने युवाओं को पेड़ों से होने वाले फायदे व प्रकृति पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया. उसके बाद पर्यावरण विशेषज्ञ के रूप में कुणाल तिवारी व मनीष शर्मा ने युवाओं को कई अहम जानकारियां दी.
कुणाल तिवारी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में जितना प्रदूषण फैलाता है. उस हिसाब से उसे अपने पूरे जीवन में पांच पेड़ अवश्य लगानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पेड़ों से बारिश होती है और पेड़ों से मिलने वाली ऑक्सीजन वातावरण को बेहतर रखती है. कुणाल तिवारी ने कहा कि पेड़ आजीविका का साधन भी बन सकते हैं. उसके लिए केवल एक छोटे से प्रयास की आवश्यकता है. कई ऐसे फल व लकड़ियों के पेड़ लगते हैं. जो अच्छे दामों में बिकते हैं ऐसे में इनसे लोगों की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो सकती है.
उन्होंने युवाओं को अपने रिश्तेदार और सभी जानने वालों को भी प्रेरित करने की बात कही. तो वहीं मनीष शर्मा ने पेड़ों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रजाति का पेड़ व्यक्ति के लिए किस तरह से फायदा पहुंचाता है. इस मौके पर वहां मौजूद युवाओं ने ईटीवी भारत की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि वैसे तो कार्यक्रम के चलते हैं लेकिन सकारात्मक रूप से ईटीवी भारत का यह प्रयास कारगर साबित हो रहा है. युवाओं ने पेड़ लगाने के लिए शपथ लेते हुए अपने आसपास रहने वाले लोगों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करने की बात कही.