अलवर. शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए गुरुवार से शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में 2 सप्ताह का लॉकडाउन लगाया गया है. शहर के सभी रास्तों पर बेरिकेड्स और बल्लियां लगाकर क्षेत्र को सील कर दिया गया है. जिससे कुछ जगहों पर लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है.
पुलिस उपाधीक्षक शहर नरेश शर्मा ने बताया कि शहर में 50 नाके बनाए गए हैं, जिन पर ढाई सौ जवान तैनात किए गए हैं. पुलिस के जवानों की 12 घंटे की शिफ्ट रहेगी. इसके अलावा 6 मोबाइल पार्टियां बनाई गई है जो लगातार गश्त करेंगी.
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सुबह 7 बजे से 11 बजे तक आवश्यक खाद्य सामग्री की दुकानें खुलेगी. इसके अलावा ईद और रक्षाबंधन तक मिठाई की दुकान और राखियों की दुकान, पतंग की दुकान भी 4 घंटे खुल सकेंगे, लेकिन इन दुकानों से लॉकडाउन एरिया के लोग ही सामान खरीद सकेंगे.
बाहर का कोई व्यक्ति कंटेनमेंट जोन में ना तो आ सकेगा और ना ही बाहर जा सकेगा. उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टाफ को छूट दी गई है, लेकिन उन्हें भी कार्ड दिखाने की अनुमति होगी. लॉकडाउन क्षेत्र में बैंक भी बंद और गैर सरकारी संस्थान भी बंद रहेंगे. सरकारी दफ्तरों में एक तिहाई कर्मचारियों को ही कार्ड दिखाने पर ड्यूटी पर आने की अनुमति रहेगी.
लॉकडाउन क्षेत्र में शराब के ठेके भी बंद रहेंगे और रोडवेज बस स्टैंड से बसों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है. लॉकडाउन के दौरान रोडवेज बसों का संचालन काला कुआं, भवानी तोप, दशहरा मैदान और एनईबी से होगा लोग.
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लॉक डाउन में गैर सरकारी संस्थान भी पूरी तरह बंद रहेंगे. यदि छूट के दौरान भी किसी दुकानदार व्यक्ति द्वारा गाइडलाइन का पालन नहीं किया, तो उसके खिलाफ तुरंत आवश्यक आपदा अधिनियम में प्रकरण दर्ज होगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा.