अलवर. पर्यटन स्थलों के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. प्रशासन की अनदेखी के चलते लगातार सभी जगह पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं. असामाजिक तत्वों का दिन भर जमावड़ा रहता है. ऐसे में अलवर के सागर जलाशय में बीते कुछ दिनों से लगातार मछलियों की मौत हो रही है. मछलियों की मौत होने के कारण आसपास के क्षेत्र में बदबू फैल रही है. साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अलवर के पर्यटन स्थल देश में खास स्थान रखते हैं. सालभर देशी-विदेशी पर्यटक घूमने के लिए अलवर आते हैं, लेकिन लंबे समय से पर्यटन स्थलों के हालात खराब हो रहे हैं. सड़क मार्ग टूटे हुए हैं. पर्यटन स्थलों पर कचरे के ढेर जमा है. यहां आने वाले पर्यटकों को दिक्कत होती है. बदबू से हालात खराब रहते हैं. अलवर में सरिस्का नेशनल पार्क, सिलीसेढ़ झील, भरतरी धाम, पांडुपोल हनुमान मंदिर, सिटी पैलेस, सागर जलाशय, कंपनी बाग, अजबगढ़ भानगढ़, सहित दो दर्जन से अधिक पर्यटक स्थल हैं, लेकिन सभी के हालात इन दिनों खराब है.
सागर जलाशय में बीते कुछ दिनों से मछलियां मर रही है. समय पर सफाई नहीं होने के कारण जलाशय में काई जम गई है. कचरे के ढेर है. मछलियों के मरने से आसपास क्षेत्र में बदबू फैल रही है, इससे यहां आने वाले पर्यटकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. स्थानीय पार्षद ने कहा कि इस संबंध में नगर परिषद की लापरवाही है. साथ ही लोग भी सागर जलाशय में मछलियों के लिए शुरुआत में आटा डालते थे, लेकिन बाद में ब्रेड, सब्जी, नमकीन सहित अन्य चीजें डालने लगे हैं, जिसके चलते खाने की चीजें सागर जलाशय में पड़ी रहती है. वह खराब होती है.
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स्थानीय लोगों ने कहा कि गंदगी के कारण यहां घूमने में दिक्कत होती है. बदबू से हालात खराब रहती है. इस संबंध में कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया. इसी तरह के हालात अन्य पर्यटक स्थलों के हैं. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि जल्दी सफाई कराई जाएगी. सागर जलाशय की सफाई का लंबे समय से ठेका नहीं हुआ है. इसलिए कई माह से सागर जलाशय की सफाई नहीं हुई है, लेकिन जल्दी सफाई व्यवस्था की जाएगी. बीच में अधिकारियों के दबाव में सफाई कराई गई थी, लेकिन फिर से हालात खराब हो गए हैं.