अजमेर. कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है. अजमेर में लॉक डाउन की वजह से सभी व्यवसायिक और औद्योगिक प्रतिष्ठान बंद होने से श्रमिकों को परेशानी हो रही है. साथ ही देहाड़ी मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे मजदूरों को दो जून का खाना मिलना मुश्किल हो गया है. इसके लिए सरकार के निर्देश पर रसद अधिकारी गरीबों को फूड पैकेट बांट रहे हैं. वहीं, कई सामाजिक संस्थाएं भी अब गरीबों का पेट भरने के लिए जुट गई है.
बता दें कि फूड पैकेट बांटने के लिए भी गाइड लाइन की पालना की जा रही है. समाज सेवी संस्था से जुड़े लोग कच्ची बस्ती में जाने की बजाए क्षेत्र के समीप पहुंचकर दो लोगों को भोजन पैकेट दे रहे हैं. फिर वह दो लोग घर-घर फूड पैकेट का वितरण कर रहे हैं. जवाहर फाउंडेशन की ओर से अजमेर की कई कच्ची बस्तियों में हजारों फूड पैकेट पहुंचाया जा रहा है. फाउंडेशन से जुड़े कांग्रेस के पदाधिकारी फूड पैकेट को वितरण करने में सहयोग दे रहे हैं.
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महिला कांग्रेस अध्यक्ष सबा खान ने बताया, कि जवाहर फाउंडेशन की ओर से इस संकट की घड़ी में गरीब लोगों के लिए भोजन के पैकेट का वितरण किया जा रहा है, ताकि कोई गरीब और बेसहारा व्यक्ति भूखा ना रहे. शहर कांग्रेस के सचिव शिव बंसल ने बताया, कि शहर के सभी श्रमिक और मजदूर वर्ग की बस्तियों में फाउंडेशन की ओर से भोजन तीन दिन से रोज पहुंचाया जा रहा है. यह लॉक डाउन की स्थिति में जारी रहेगा.