अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह 5 मार्च को हो सकता है. इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल शामिल होंगे. विश्वविद्यालय बॉम्ब की बैठक बुधवार को एक होटल में हुई. इसमें विश्व विद्यालय संचालन से लेकर प्रत्येक मुद्दे पर अहम फैसले लिए गए. कोरोना के चलते लंबे समय से विश्वविद्यालय में बॉम्ब की बैठक नहीं हो पाई थी. सरकारी नियम के हिसाब से 6 माह में एक बार विश्वविद्यालय बॉम्ब की बैठक होना आवश्यक है, लेकिन कोरोना के चलते करीब डेढ़ साल से अलवर में यह बैठक नहीं हुई थी. इसमें कुल 16 सदस्य होते हैं. दो स्थानीय विधायकों को भी इसमें शामिल किया जाता है.
अलवर में राजगढ़ और बानसूर के विधायक बॉम्ब के सदस्य हैं. राज्यपाल के प्रतिनिधि के अलावा विश्वविद्यालय के स्थानीय प्रभारी भी इसमें शामिल होते हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से बुधवार को शांतिकुंज स्थित एक निजी होटल में बॉम्ब की बैठक हुई है. इसमें बानसूर विधायक शकुंतला रावत अनुपस्थित रही. केवल राजगढ़ विधायक जोहरी लाल मीणा शामिल हुए. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से समय पर परीक्षा कराने, समय रहते परीक्षाओं के परिणाम जारी करने, प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित समय पर करने सहित विश्वविद्यालय से जुड़ी हुई कई अहम फैसले लिए गए. साथ ही विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह पर चर्चा हुई.
मत्स्य विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह 5 मार्च को होगा. इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है. दीक्षांत समारोह में राजस्थान के राज्यपाल शामिल होंगे. इसके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री सहित कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं. मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में लगातार छात्रों के बेहतर भविष्य को लेकर फैसले लिए जा रहे हैं. कोरोना काल के दौरान भी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से परीक्षाएं कराई गई. इसके अलावा समय पर परिणाम भी जारी किया जा रहा है.
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परीक्षा परिणाम में पारदर्शिता रहे और विश्वविद्यालय के छात्र अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सके. इसके लिए भी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से खास काम किया जा रहा है. वाइस चांसलर ने कहा की मदद से विश्वविद्यालय अन्य विश्वविद्यालयों से पीछे चल रहा था. परीक्षा परिणाम और अन्य कार्यों में देरी होती थी, जिसके चलते विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य अधर में रहता था, लेकिन अब समय पर परीक्षाएं कराई गई, तो परिणाम भी समय पर अन्य विश्वविद्यालयों के साथ जारी किया गया.