अलवर. केंद्र सरकार के कृषि कानून का देशभर में विरोध हो रहा है. राजस्थान-हरियाणा सीमा, दिल्ली-पंजाब सीमा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा के विधायक, सांसद और मंत्री देशभर में घूमकर कृषि बिलों के फायदे और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाने में लगे हुए हैं. इसी क्रम में जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजवर्धन सिंह राठौड़ अलवर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा है.
राजवर्धन सिंह राठौड़ ने अलवर के सर्किट हाउस में एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में काम कर रही है. लगातार किसानों के लिए नई योजना लाई गई है. इस देश के सभी सेक्टरों में बदलाव हुआ, लेकिन कृषि क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आज तक कोई बदलाव नहीं हुआ है. कांग्रेस आज कृषि कानून का विरोध कर रही है. उस कांग्रेस के कपिल सिब्बल, पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार, राहुल गांधी या पार्टी के वरिष्ठ नेता कृषि क्षेत्र में बदलाव की बात कर रहे थे.
राठौड़ ने कहा कि कृषि क्षेत्र में निजीकरण को खोलने और किसानों को मंडी से बाहर भी फसल बेचने की योजना बना रहे थे. कांग्रेस ने खुद अपने घोषणा पत्र में कृषि कानून में बदलाव की बात कहते हुए कृषि क्षेत्र के लिए नए कानून बनाने में बिल लाने की बात कही थी, लेकिन आज मोदी सरकार किसान हित में फैसले ले रही है. इसलिए यह लोग डरे हुए हैं. इनके नीचे से जमीन खिसक रही है. इसलिए यह लोग लगातार विरोध कर रहे हैं.
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राजवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस सरकार और मोदी सरकार के दौरान एमएसपी की जानकारी देते हुए कहा कि एमएसपी लगातार बढ़ रही है. मोदी सरकार गेहूं की एमएसपी दरों में बढ़ोतरी की है. कुछ संगठन एमएसपी लागू करने की बात कह रहे हैं, लेकिन एमएसपी सरकार ने समाप्त नहीं की है. एमएसपी यथावत है. किसान की जमीन पर कारोबारी का कोई हक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस कानून में साफ लिखा हुआ है कि मंडी यथावत रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर किसान मंडियों में भी अपनी फसल बेचना चाहते हैं, तो वो बेच सकता हैं.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी कई ऐसे नियम है, जो किसान हितों में सरकार द्वारा लागू किए गए हैं, लेकिन विपक्षी पार्टी किसानों को गुमराह करने में लगी हुई है. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि यह प्रदर्शन विरोध केवल हमारे टीवी के बराबर का है. अगर किसी के घर में 32 इंची टीवी है, तो विरोध भी 32 इंच का ही है. राजवर्धन सिंह ने कहा कि जिस तरह से मोबाइल कोई भी कंपनी किसी भी देश और शहर में भेज सकती है. ऐसे में किसान अपनी फसल किसी भी देश में शहर में राज्य में क्यों नहीं बेच सकता है.
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सरकार किसानों के लिए लगातार काम कर रही है. फसल बीमा की बात हो या किसानों के खाते में 6000 रुपए जमा कराने की बात हो. मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान जो काम हुए हैं, वो काम आज तक कोई भी सरकारी नहीं कर पाई है. मोदी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए इसका असर भी नजर आया है. उन्होंने मोदी सरकार के कार्यों का बखान करते हुए कहा कि यह सरकार लगातार जनहित में काम कर रही है. वैसे तो देश की ज्यादातर किसान समझ चुके हैं कि यह कानून उनके फायदे के लिए हैं, लेकिन कुछ संगठन लगातार किसानों को भड़काने में लगे हुए हैं.