अलवर. जिले में कोरोना संक्रमण की दर कई गुना तेजी से बढ़ रही है. यही हालात रहे तो आने वाले समय में जिले में प्रतिदिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा हजारों में पहुंच सकता है. दूसरे जिले में एक्टिव केसों की संख्या ढाई हजार से अधिक हो गई है. जिले में वीकेंड कर्फ्यू का भी कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एक बार संक्रमण फैलने के बाद उसे काबू में करने के लिए पूरी सख्ती करने के बावजूद भी 15 दिन का समय लग जाता है. वीकेंड के दो दिन के कर्फ्यू का असर बाद में देखने को मिलेगा. जिले में एक दिन पहले ही 591 पॉजिटिव आए थे.
अलवर में रविवार को सबसे अधिक 145 पॉजिटिव आए. पिछले कई दिनों से शहर में ही सर्वाधिक संक्रमित आए हैं. वैसे सबसे अधिक सैंपल भी अलवर में लिए जाते हैं. जिले में प्रतिशत 4000 सैम्पल लिए जा रहे हैं. अलवर लैब में एक दिन में 1500 से अधिक सैंपल की जांच होती है. जिसमें से आधे से अधिक सैंपल अलवर शहर के होते हैं. इसके अलावा जयपुर और कोटपूतली की लैब में सैम्पल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. ऐसे में सेम्पल की रिपोर्ट आने में भी समय लग रहा है.
अलवर के सीएमएचओ डॉ. ओपी मीणा ने बताया कि संक्रमण को रोकने के तीन उपाय है, घर से बाहर बिना मास्क लगाए, भीड़ में जाने से बचें. 10 साल तक के बच्चों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है, बार-बार साबुन पानी से हाथ साफ करें, लापरवाही बरतने पर ही कोरोना संक्रमण फैलता है.
अलवर शहर में 145, भिवाड़ी में 93, किशनगढ़बास में 45, तिजारा में 78, रामगढ़ में 27, बहरोड़-मुण्डावर में 25-25, लक्ष्मणगढ़-थानागाजी में 24- 24, कोटकासिम में 19, शाहजहांपुर-मालाखेड़ा में 17-17 व रैणी में 16 लोग पॉजिटिव पाए गए.
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पिछले सात दिनों के हालात
18 अप्रैल को 617, 17 अप्रैल को 591, 16 अप्रैल को 271, 15 अप्रैल को 361, 14 अप्रैल को 279, 13 अप्रैल को 117, 12 अप्रैल को 187, 11 अप्रैल को 116 व 10 अप्रैल को 327 मरीज पॉजिटिव आए.