अलवर. दिल्ली से जयपुर जाते समय मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक (Meghalaya Governor Satpal Malik) शनिवार को अलवर सर्किट हाउस में पहुंचे. इस दौरान जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने उनका स्वागत किया. राज्यपाल ने अलवर के इतिहास को लेकर अधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि अलवर अपनी एक अलग खास पहचान रखता है. इसलिए अलवर हमेशा चर्चाओं में रहता है. राज्यपाल ने लौटते समय प्रशासनिक अधिकारियों को मेघालय आने का निमंत्रण भी दिया.
बीते दिनों अपने बयानों के चलते विवादों में रहे मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक शनिवार को अलवर के सर्किट हाउस पहुंचे. सतपाल मलिक मूल रूप से मेरठ के बागपत के रहने वाले हैं. उन्होंने बागपत अलीगढ़ अलग-अलग सीटों से कई बार चुनाव लड़ा है और जीता है. मोदी सरकार में सतपाल मलिक केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. बीते दिनों राजस्थान के कई शहरों में हुए कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
राज्यपाल सतपाल मलिक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कृषि बिल और किसान आंदोलन पर बयान दिया था. इसके बाद वे अपने बयान को लेकर काफी चर्चा में रहे. उसके बाद से उन्होंने मीडिया से दूरी बना ली. अलवर पहुंचे सतपाल मलिक ने मीडिया से दूरी बनाए रखी. उन्होंने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया. अलवर के सर्किट हाउस में जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ऐक पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने उनका स्वागत किया. इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
सतपाल मलिक ने अलवर पहुंचते ही बाबर, हसन खान मेवाती और अलवर के इतिहास पर यहां के अधिकारियों से चर्चा की. कुछ देर अलवर में रुकने के बाद जयपुर के लिए रवाना हो गए. राज्यपाल सतपाल मलिक जयपुर स्थित राज विलास पैलस में एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. उसके बाद वापस दिल्ली लौटते समय उनके अलवर रुकने का कार्यक्रम है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि इसमें बदलाव हो सकता है.
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अलवर से रवाना होते समय राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जिला कलेक्टर पुलिस अधीक्षक और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को मेघालय आने का निमंत्रण दिया. उन्होंने कहा कि मेघालय प्रकृति के दृष्टि से सुंदर खूबसूरत राज्य है. वहां झील नदियां पहाड़ है और वहां का मौसम अलौकिक रहता है. उन्होंने कहा कि एक दिन के नोटिस पर कभी भी घूमने आ सकते हैं. जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्यपाल को किसी भी तरह की दिक्कत न हो. इसके लिए प्रशासन की तरफ से पूरे इंतजाम किए गए हैं. सभी रास्तों पर पुलिसकर्मी तैनात हैं.