अलवर. देश में लॉकडाउन के दौरान एक तरफ हजारों और लाखों श्रमिक 400 से 500 किलोमीटर दूर पैदल चलकर अपने घर पहुंच रहे हैं. दूसरी तरफ राजस्थान सरकार की तरफ से लगातार श्रमिकों को बस में ट्रेन की मदद से घर पहुंचाने का काम किया जा रहा है. शुक्रवार को अलवर जंक्शन से उत्तर प्रदेश के बलिया के लिए श्रमिकों को लेकर एक ट्रेन रवाना हुई.
अलवर से प्रतिदिन श्रमिकों को लेकर ट्रेन रवाना हो रही है. गुरुवार को 2 ट्रेनें बिहार के लिए रवाना की गई थी, जबकि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बलिया के लिए शाम 5 बजे एक ट्रेन रवाना की गई है. इसमें 1440 श्रमिक भेजे गए हैं. इसी तरह से 16 मई, 17 मई और 18 मई को उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न शहरों के लिए ट्रेन रवाना की जाएंगी.
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प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए भी ट्रेन रवाना की जाएगी. इसके अलावा जैसे-जैसे राज्यों से ट्रेन की एनओसी मिल रही है. लगातार ट्रेनों को रवाना किया जा रहा है. ट्रेनों के रवाना होने से अलवर में रहने वाले श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है. साथ ही घर जाने वाले श्रमिकों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आती है.
अधिकारियों ने बताया 16 मई को शाम 5 बजे उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, 17 मई को बिहार के छपरा और यूपी के गाजीपुर के लिए ट्रेन चलाई जाएगी. 18 मई को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के लिए ट्रेन चलाई जाएगी. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के लिए ट्रेन चलाने की भी अनुमति मिली है.
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बता दें कि अलवर की हजारों औद्योगिक इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. यहां रहने वाले श्रमिकों को सरकार के इस फैसले से राहत मिली है. श्रमिकों के घर भेजने का खर्चा राजस्थान सरकार की तरफ से उठाया जा रहा है. प्रत्येक यात्री को यात्रा से पहले टिकट दिया जाता है. अधिकारियों ने बताया कि सरकार की तरफ से 7 लाख रुपए रेलवे को जमा कराए गए हैं.