अलवर. जिले में करोड़ों रुपए की लागत से एमआईए क्षेत्र में बना ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल जल्द खुल सकता है. जिससे जिलेवासियों को बेहतर मेडिकल सुविधा का लाभ मिल सकेगा. सरकार की ओर से गठित हाई कमिटी ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज सहित उससे जुड़े भवनों का निरीक्षण किया. जिसकी रिपोर्ट 10 मार्च तक सरकार को सौंपी जाएगी.
बता दें कि एमआईए स्थिति ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज (ESIC Medical College) भवन जल्द ही शुरू हो सकता है. यह भवन चार साल से भवन बनकर तैयार है. जिसे शुरू करने की लगातार मांग चल रही है. केंद्र व राज्य सरकार के बीच यह फंस कर रह गया था. ऐसे में 850 करोड़ का भवन खराब हो रहा था. इस कॉलेज को चीन से आने वाले भारतीयों को रखने के लिए सेंटर बनाया गया था. इसलिए देशभर में यह चर्चा का विषय बना था. ऐसे में केंद्र सरकार ने इसको शुरू करने का फैसला लिया है. जिसके बाद सरकार ने भवन के निरीक्षण और हालात जानने के लिए एक टीम अलवर भेजी है. उनकी रिपोर्ट के बाद कॉलेज को शुरू किया जाएगा.
इस मेडिकल कॅालेज में पर्याप्त सुविधा- निरीक्षक
केंद्रीय श्रम मंत्री के निर्देश पर एक विशेष कमेटी कॉलेज की जांच पड़ताल के लिए अलवर पहुंची. इसमें हैदराबाद ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. श्रीनिवास और इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी बरेली के चांसलर डॉ. केशव कुमार अग्रवाल शामिल रहे. दोनों सदस्यों ने मेडिकल कॉलेज भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद डॉ. केशव कुमार ने कहा कि मेडिकल कॉलेज काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार अलवर में बनाए गए इस मेडिकल कॉलेज भवन के परिसर में पर्याप्त सुविधाएं है. यहां पर अलग-अलग भवन बने हुए. सब को अलग से चिन्हित किया गया है. भवन का निर्माण मेडिकल कॉलेज की जरूरत के अनुसार हुई हुआ है. यह सरकार को तय करना है कि अलवर के इस भवन में मेडिकल कब शुरू करना है.
यह भी पढ़ें. अलवरः गोवंश से भरी पिकअप जब्त, एक गिरफ्तार, दो फरार
केंद्र सरकार ने अलवर कॉलेज के निरीक्षण के लिए विशेष टीम बनाई है. इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल कॉलेज को शुरू किया जाएगा. अलवर में मेडिकल कॉलेज की लंबे समय से डिमांड चल रही है. यहां पर मरीजों का भार रहता है. ऐसे में मेडिकल कॉलेज शुरू होने से अलवर व आसपास शहरों के लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा. अभी इस भवन में 50 बेड का ईएसआईसी अस्पताल चलता है. इसमें प्रतिदिन 40 से 50 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं.
यह भी पढ़ें. अलवरः किशनगढ़बास थाना पुलिस ने किया 10 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार
जिले में मेडिकल कॉलेज की खासी आवश्यकता है. अलवर के सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन 4 से 5 हजार मरीजों की ओपीडी रहती है. भरतपुर, मेवात, दौसा सहित आसपास के जिलों से लोग इलाज के लिए अलवर आते हैं. मेडिकल कॉलेज शुरू होने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और 800 करोड़ रुपए का भवन काम आ सकेगा.