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जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर तीन जगह बनेंगे फ्लाईओवर, यह है कारण

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Published : Jun 27, 2022, 10:33 PM IST

Updated : Jun 27, 2022, 11:32 PM IST

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने अलवर जिले के तीन अलग-अलग दुर्घटना प्रभावित क्षेत्रों पर फ्लाईओवर बनाने का फैसला किया (Flyover will built three places) है. जिससे दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर होने वाले हादसों को रोका जा सके. नेशनल हाईवे अथॉरिटी के मुताबिक फ्लाईओवरों का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा.

Flyover will built three places on Jaipur Delhi National Highway
जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे

अलवर. दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर होने वाले हादसों में अब कमी आएगी. इस हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे अलवर जिले की सीमा क्षेत्र में होते हैं. जिसको देखते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने अलवर क्षेत्र में तीन जगहों पर फ्लाईओवर बनाने का फैसला लिया (Flyover will built three places) है. फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा. इन फ्लाईओवर के बनने के बाद लोगों को भी राहत मिलेगी.

जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर जगह-जगह निर्माण अधूरा है. हाईवे पर लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में आए दिन हाईवे पर हादसे होते हैं. हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे अलवर जिले सीमा क्षेत्र में होते हैं. दरसअल बहरोड, नीमराना, शाहजहांपुर और बानसूर क्षेत्र में हाईवे पर अंडरपास और फ्लाईओवर नहीं हैं. ऐसे में लोग हाईवे के बीच से सड़क पार करते हैं. हाईवे पर अंडरपास और फ्लाईओवर की कमी के चलते हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए एनएचएआई जागुवास चौक और दहमी पर करीब 12 करोड़ रुपए की लागत और सोतानाला में 13 करोड़ रुपए लागत से फ्लाईओवर का निर्माण कराएगा.

अलवर में तीन क्षेत्रों में बनेंगे फ्लाईओवर

पढें:कोटा में हाईवे पर NHAI ने बनाया करोड़ों का फ्लाईओवर...आर्मी की आपत्ति के कारण ढाई साल से बंद

दिल्ली जयपुर हाईवे के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर अजय आर्य ने बताया टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जल्द ही फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. इन जगहों पर फ्लाईओवर बनने से लोगों को राहत मिलेगी. जागुवास चौक सड़क हादसों का ब्लैक सपोर्ट है. यहां होने वाले सड़क हादसों में सैकड़ों लोग अपनी जान गवां चुके हैं. हादसे रोकने के लिए प्रयास किए गए थे. दिल्ली-जयपुर हाईवे पर हादसे रोकने के लिए ड्राइविंग सिस्टम लागू किया गया था. प्रदेश के सभी चार और छह लेन वाली सडक़ों पर लेन ड्राइविंग लागू करने की योजना थी. अलवर के बहरोड़ से अजमेर के किशनगढ़ तक 200 किलोमीटर मार्ग को विकसित होना था. हाईवे के दोनों किनारों पर 7 मीटर पर नियमानुसार वाहनों और अतिक्रमण हटना था और हाईवे पर बने अवैध कट भी बंद होने थे. लेकिन हालातों में सुधार नहीं हुआ.

अलवर में कहां है ब्लैक स्पाॅट: ब्लैक स्पाॅट की सबसे ज्यादा संख्या जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे और सिकंदरा-भिवाड़ी स्टेट हाईवे 25 पर है. इस हाईवे पर सबसे ज्यादा 32 ब्लैक स्पाॅट हैं. यह स्टेट हाइवे भिवाड़ी से सिंकदरा तक जाता है. इस पर किशनगढ़ बास के चामराेदा से लेकर भिंडूसी, कलसाड़ा, सुमेल, राजगढ़ राेड पर सबसे ज्यादा ब्लैक स्पाॅट हैं. इसके बाद स्टेट हाइवे 14 हैं. इस पर 14 ब्लैक स्पाॅट हैं. इसमें बर्ड़ाेद से लेकर लाेहिया का तिबारा, बगड़मेव तिराया, बगड़ तिराया, हनुमान सर्किल सहित कई क्षेत्र शामिल हैं. जिले के स्टेट हाईवे 52 पर 4 और नेशनल हाईवे 248 और नेशनल हाईवे 8 पर 2-2 ब्लैक स्पाॅट चिह्नित किए गए हैं.

पढ़ें:मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के नीचे से गुजरेगी 8 लेन अत्याधुनिक टनल..5 KM की टनल में न मोबाइल नेटवर्क जाएगा, न FM बंद होगा

हादसों में जाती है लोगों की जान: अलवर जिले में 55 ब्लैक स्पॉट हैं. इन खतरनाक स्पॉट्स का सर्वे किया गया. इस दौरान साल 2016 से लेकर 2020 तक 4 साल के दौरान कुल 1200 सड़क दुर्घटनाएं हुई. यह दुर्घटनाएं इतनी खतरनाक थी कि इनमें 745 लोगों की जान चली गई. इसी तरह से आए दिन होने वाले सड़क हादसों में लोगों की जान जाती है.

अजय आर्य ने बताया कि कुछ ही दिनों में अलवर जिले की सीमा क्षेत्र में तीन फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा. उसकी टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसके अलावा हरियाणा सीमा में बावल, बिलासपुर में भी फ्लाईओवर का निर्माण होगा. साथ ही मानेसर में एलीवेटेड रोड बनाया जाएगा.

अलवर. दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर होने वाले हादसों में अब कमी आएगी. इस हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे अलवर जिले की सीमा क्षेत्र में होते हैं. जिसको देखते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने अलवर क्षेत्र में तीन जगहों पर फ्लाईओवर बनाने का फैसला लिया (Flyover will built three places) है. फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा. इन फ्लाईओवर के बनने के बाद लोगों को भी राहत मिलेगी.

जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर जगह-जगह निर्माण अधूरा है. हाईवे पर लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में आए दिन हाईवे पर हादसे होते हैं. हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे अलवर जिले सीमा क्षेत्र में होते हैं. दरसअल बहरोड, नीमराना, शाहजहांपुर और बानसूर क्षेत्र में हाईवे पर अंडरपास और फ्लाईओवर नहीं हैं. ऐसे में लोग हाईवे के बीच से सड़क पार करते हैं. हाईवे पर अंडरपास और फ्लाईओवर की कमी के चलते हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए एनएचएआई जागुवास चौक और दहमी पर करीब 12 करोड़ रुपए की लागत और सोतानाला में 13 करोड़ रुपए लागत से फ्लाईओवर का निर्माण कराएगा.

अलवर में तीन क्षेत्रों में बनेंगे फ्लाईओवर

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दिल्ली जयपुर हाईवे के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर अजय आर्य ने बताया टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जल्द ही फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. इन जगहों पर फ्लाईओवर बनने से लोगों को राहत मिलेगी. जागुवास चौक सड़क हादसों का ब्लैक सपोर्ट है. यहां होने वाले सड़क हादसों में सैकड़ों लोग अपनी जान गवां चुके हैं. हादसे रोकने के लिए प्रयास किए गए थे. दिल्ली-जयपुर हाईवे पर हादसे रोकने के लिए ड्राइविंग सिस्टम लागू किया गया था. प्रदेश के सभी चार और छह लेन वाली सडक़ों पर लेन ड्राइविंग लागू करने की योजना थी. अलवर के बहरोड़ से अजमेर के किशनगढ़ तक 200 किलोमीटर मार्ग को विकसित होना था. हाईवे के दोनों किनारों पर 7 मीटर पर नियमानुसार वाहनों और अतिक्रमण हटना था और हाईवे पर बने अवैध कट भी बंद होने थे. लेकिन हालातों में सुधार नहीं हुआ.

अलवर में कहां है ब्लैक स्पाॅट: ब्लैक स्पाॅट की सबसे ज्यादा संख्या जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे और सिकंदरा-भिवाड़ी स्टेट हाईवे 25 पर है. इस हाईवे पर सबसे ज्यादा 32 ब्लैक स्पाॅट हैं. यह स्टेट हाइवे भिवाड़ी से सिंकदरा तक जाता है. इस पर किशनगढ़ बास के चामराेदा से लेकर भिंडूसी, कलसाड़ा, सुमेल, राजगढ़ राेड पर सबसे ज्यादा ब्लैक स्पाॅट हैं. इसके बाद स्टेट हाइवे 14 हैं. इस पर 14 ब्लैक स्पाॅट हैं. इसमें बर्ड़ाेद से लेकर लाेहिया का तिबारा, बगड़मेव तिराया, बगड़ तिराया, हनुमान सर्किल सहित कई क्षेत्र शामिल हैं. जिले के स्टेट हाईवे 52 पर 4 और नेशनल हाईवे 248 और नेशनल हाईवे 8 पर 2-2 ब्लैक स्पाॅट चिह्नित किए गए हैं.

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हादसों में जाती है लोगों की जान: अलवर जिले में 55 ब्लैक स्पॉट हैं. इन खतरनाक स्पॉट्स का सर्वे किया गया. इस दौरान साल 2016 से लेकर 2020 तक 4 साल के दौरान कुल 1200 सड़क दुर्घटनाएं हुई. यह दुर्घटनाएं इतनी खतरनाक थी कि इनमें 745 लोगों की जान चली गई. इसी तरह से आए दिन होने वाले सड़क हादसों में लोगों की जान जाती है.

अजय आर्य ने बताया कि कुछ ही दिनों में अलवर जिले की सीमा क्षेत्र में तीन फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा. उसकी टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसके अलावा हरियाणा सीमा में बावल, बिलासपुर में भी फ्लाईओवर का निर्माण होगा. साथ ही मानेसर में एलीवेटेड रोड बनाया जाएगा.

Last Updated : Jun 27, 2022, 11:32 PM IST
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