अलवर. दिल्ली कैंट से फौजी उदयवीर जाट के अपहरण की सूचना पर मोबाइल लोकेशन के आधार पर दिल्ली कैंट पुलिस अलवर पहुंची. इंस्पेक्टर अमित यादव अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ तीन गाड़ियों से पीछा करते हुए अलवर पहुंचे. दिल्ली पुलिस की टीम ने अलवर पुलिस के सहयोग से शाम करीब साढ़े चार बजे अलवर के नेहरू गार्डन से फौजी को दस्तयाब कर लिया. दिल्ली पुलिस की टीम फौजी को अपने साथ दिल्ली ले गई, लेकिन वहां अपहरणकर्ता नहीं मिले.
फौजी के मुताबिक अपहरणकर्ता उसे छोड़कर गए हैं. जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब तीन बजे दिल्ली कैंट पुलिस से सूचना मिली कि दिल्ली कैंट से कुछ बदमाश एक फौजी का अपहरण कर ले गए हैं, जिनकी लोकेशन अलवर आ रही है. इस सूचना पर अलवर पुलिस की ओर से शहर में जगह-जगह नाकेबंदी कराई गई. CCTV से निगरानी रखी गई.
लोकेशन के आधार पर दिल्ली पुलिस भी पीछा करती हुई अलवर पहुंची. अलवर पुलिस ने नेहरू गार्डन से फौजी उदयवीर जाट को दस्तयाब कर लिया. लेकिन इस दौरान वहां अपहरणकर्ता नहीं मिले. इसके कुछ ही देर में पहुंची दिल्ली पुलिस को फौजी को सुपुर्द कर दिया.
इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह के नेतृत्व में शहर कोतवाली एसएचओ राजेश शर्मा, अरावली विहार एसएचओ जहीर अब्बास और सदर एसएचओ महेश शर्मा सहित काफी संख्या में पुलिस बल शामिल रहा. हालांकि अबतक अलवर पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. दिल्ली पुलिस की टीम फौजी से पूछताछ कर रही है.
इस घटना के बाद से यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर फौजी अलवर कैसे पहुंचा? फौजी की कार अलवर कैसे पहुंची? दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हो सकता है कि फौजी ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी हो. फिलहाल यह जांच का विषय है. अबतक दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई खुलासा नहीं किया गया है. अलवर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा मामला दिल्ली का है. दिल्ली पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है.