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Corruption Case In Alwar: नगर परिषद के कमिश्नर को सरकार ने किया APO, पार्षद और ठेकेदार 3 दिन की रिमांड पर

अलवर नगर परिषद में भ्रष्टाचार का एसीबी ने खुलासा (Corruption Case In Alwar) किया है. इसी कड़ी में अलवर नगर परिषद के कमिश्नर को सरकार ने एपीओ किया है. गुरुवार को ही एसीबी ने पार्षद नरेंद्र मीणा को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था. एसीबी न्यायालय ने मामले में पार्षद और दो ठेकेदारों को 3 दिन की रिमांड पर भेज दिया है.

Corruption Case In Alwar
कमिश्नर को सरकार ने किया एपीओ
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Published : Feb 18, 2022, 12:34 PM IST

Updated : Feb 18, 2022, 1:31 PM IST

अलवर. अलवर नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है. एसीबी (ACB Action In Alwar) ने प्रदेश सरकार में मंत्री के करीबी पार्षद नरेंद्र मीणा को पांच लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था. इस मामले में एसीबी ने नरेंद्र मीणा के लिए पैसों का कलेक्शन करने वाले दो ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया है. पूछताछ और जांच-पड़ताल के बाद अब खुलासे होने लगे है.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने नगर परिषद कमिश्नर को तुरंत प्रभाव से एपीओ (Government Did APO To Alwar Municipal Council Commissioner) कर दिया है. इस मामले में जल्द ही कुछ अन्य अधिकारी और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है. नवनियुक्त सभापति पर भी सवाल उठने लगे हैं. क्योंकि सभापति पार्षद नरेंद्र मीणा इशारे पर काम कर रहे थे.

कोर्ट ने 21 फरवरी तक भेजा रिमांड पर : नरेंद्र मीणा और दोनों ठेकेदारों को एसीबी की टीम ने आज अलवर की विशेष न्यायालय में पेश (Alwar Crime News) किया. जहां एसीबी न्यायालय ने तीनों आरोपियों को 21 फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया है. एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि 21 फरवरी को वापस तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा. जांच पड़ताल में कई अहम जानकारियां मिली है. एसीबी की टीम ने दोनों ठेकेदारों और नरेंद्र मीणा के घर पर सर्च किया है. इन के बैंक खाते फोन लैपटॉप और अन्य चीजों की भी जांच पड़ताल की गई है.

बता दें, प्रदेश सरकार में मंत्री टीकाराम जूली के करीबी पार्षद नरेंद्र मीणा को एसीबी की टीम ने पांच लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. नरेंद्र मीणा नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. नरेंद्र मीणा मंत्री टीकाराम जूली एक ही सोसाइटी में रहते हैं. मंत्री का कामकाज और चुनाव की प्रक्रिया में सारा काम पार्षद नरेंद्र मीणा ने संभाला था. ऐसे में मंत्री पर भी सवाल उठने लगे हैं.

पढ़ें : Jaipur ACB Big Action In Alwar :कैबिनेट मंत्री का करीबी पार्षद समेत तीन लोग 5.15 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

कांग्रेस नेताओं पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में साफ है कि अलवर में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. अलवर नगर परिषद में कमिश्नर के पद पर तैनात कमलेश मीणा को सरकार ने एपीओ कर दिया है. उनका मुख्यालय जयपुर किया गया है. उनके जगह पर कोटपुतली के अधिशासी अभियंता फतेह सिंह मीणा को अलवर नगर परिषद का चार्ज दिया गया.

पढ़ें : रिश्वत मामले में सीओ दरगाह के रीडर, वकील और दलाल एसीबी कोर्ट पेश, आरोपियों को 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

इस मामले में नगर परिषद के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है. नगर परिषद के नई चेयरमैन सहित अन्य लोगों की भी जांच पड़ताल चल रही है. लगातार एसीबी की टीम सभी के मोबाइल रिकॉर्ड खंगाल रही है. उनके बातचीत और अन्य चीजों को देखा जा रहा है. एसीबी के रडार पर अधिकारी और नेता है. देखना होगा कि आगे एसीबी की कार्रवाई में किन लोगों का नाम सामने आता है.

अलवर. अलवर नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है. एसीबी (ACB Action In Alwar) ने प्रदेश सरकार में मंत्री के करीबी पार्षद नरेंद्र मीणा को पांच लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था. इस मामले में एसीबी ने नरेंद्र मीणा के लिए पैसों का कलेक्शन करने वाले दो ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया है. पूछताछ और जांच-पड़ताल के बाद अब खुलासे होने लगे है.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने नगर परिषद कमिश्नर को तुरंत प्रभाव से एपीओ (Government Did APO To Alwar Municipal Council Commissioner) कर दिया है. इस मामले में जल्द ही कुछ अन्य अधिकारी और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है. नवनियुक्त सभापति पर भी सवाल उठने लगे हैं. क्योंकि सभापति पार्षद नरेंद्र मीणा इशारे पर काम कर रहे थे.

कोर्ट ने 21 फरवरी तक भेजा रिमांड पर : नरेंद्र मीणा और दोनों ठेकेदारों को एसीबी की टीम ने आज अलवर की विशेष न्यायालय में पेश (Alwar Crime News) किया. जहां एसीबी न्यायालय ने तीनों आरोपियों को 21 फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया है. एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि 21 फरवरी को वापस तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा. जांच पड़ताल में कई अहम जानकारियां मिली है. एसीबी की टीम ने दोनों ठेकेदारों और नरेंद्र मीणा के घर पर सर्च किया है. इन के बैंक खाते फोन लैपटॉप और अन्य चीजों की भी जांच पड़ताल की गई है.

बता दें, प्रदेश सरकार में मंत्री टीकाराम जूली के करीबी पार्षद नरेंद्र मीणा को एसीबी की टीम ने पांच लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. नरेंद्र मीणा नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. नरेंद्र मीणा मंत्री टीकाराम जूली एक ही सोसाइटी में रहते हैं. मंत्री का कामकाज और चुनाव की प्रक्रिया में सारा काम पार्षद नरेंद्र मीणा ने संभाला था. ऐसे में मंत्री पर भी सवाल उठने लगे हैं.

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कांग्रेस नेताओं पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में साफ है कि अलवर में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. अलवर नगर परिषद में कमिश्नर के पद पर तैनात कमलेश मीणा को सरकार ने एपीओ कर दिया है. उनका मुख्यालय जयपुर किया गया है. उनके जगह पर कोटपुतली के अधिशासी अभियंता फतेह सिंह मीणा को अलवर नगर परिषद का चार्ज दिया गया.

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इस मामले में नगर परिषद के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है. नगर परिषद के नई चेयरमैन सहित अन्य लोगों की भी जांच पड़ताल चल रही है. लगातार एसीबी की टीम सभी के मोबाइल रिकॉर्ड खंगाल रही है. उनके बातचीत और अन्य चीजों को देखा जा रहा है. एसीबी के रडार पर अधिकारी और नेता है. देखना होगा कि आगे एसीबी की कार्रवाई में किन लोगों का नाम सामने आता है.

Last Updated : Feb 18, 2022, 1:31 PM IST
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