अलवर. मानसिक विकलांग बालिका से दुष्कर्म का मामला प्रदेश सरकार के गले की हड्डी बन चुका है. भाजपा की तरफ से इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए एक टीम बनाई गई है. इस टीम ने पीड़िता व उसके परिजनों से जेके लोन अस्पताल में पहुंचकर मुलाकात की. यह टीम शनिवार को पीड़िता के अलवर स्थित घर भी पहुंची. टीम ने परिजनों से बातचीत की व न्याय का आश्वासन दिलाया.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal sharma on Alwar minor case) ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर यह पूरा खेल चल रहा है. शुरुआत में घटना के बाद अलवर पुलिस के अधिकारियों ने पीड़िता के मामा को बुलाया व गैंगरेप की बात कही. उस समय पीड़िता की जांच पड़ताल करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि पीड़िता के साथ सेक्सुअल हरासमेंट हुआ है. पीड़िता की हालत गंभीर देख उसे जयपुर भेजा गया. जिन डॉक्टरों ने इलाज किया, उन्होंने कहा कि इतनी दुखद घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. उस समय भी दुष्कर्म व गैंगरेप की बात सामने आई थी.
मीडिया से बातचीत में भाजपा पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर यह पूरा खेल चल रहा है. भाजपा ने आगामी 18 जनवरी तक सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना तैयार कर ली है. जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, भाजपा विरोध प्रदर्शन करती रहेगी.
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उन्होंने इस मामले में अलवर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी हटाने की मांग की है. साथ ही इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की बात कही है. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से करानी चाहिए. इसके लिए प्रदेश सरकार को आज ही केंद्र सरकार को पत्र लिखना चाहिए.
सांसद बाबा बालकनाथ ने पीड़िता के परिजनों से की मुलाकात
शनिवार को पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ पहुंचे. उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. सांसद ने कहा कि अलवर प्रशासन केवल सरकार और प्रियंका गांधी को बचाने में लगा हुआ है. सरकार पूरे देश में बदनाम हो रही है, खुद पुलिस के आला अधिकारियों ने दुष्कर्म और गैंगरेप की बात कही थी. आज सभी लोग इस पूरी घटना को हादसे का रूप दे रहे हैं.
सांसद बाबा बालक नाथ ने कहा कि पीड़िता और उसके भाई बहन की शादी तक की जिम्मेदारी उनकी है. यह बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर या किसी अन्य कोर्स की पढ़ाई करेंगे, उनकी पूरी पढ़ाई व लालन-पालन का खर्चा उठाएंगे. बालकनाथ ने गहलोत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.