अलवर. 10 अगस्त से गुमशुदा अलवर के स्क्रैप व्यापारी मंगत अरोड़ा की हत्या (Scrap trader Mangat Arora murdered) हो गई. वह रेवाड़ी में जिस व्यापारी से पैसे लेने गया था उसी ने हत्या करवा दी. शव को खुद के गोदाम में जमीन के नीचे गाड़ दिया, जिससे किसी को पता नहीं चले. इस मामले में परिजन लगातार अलवर पुलिस के थानों में चक्कर लगा रहे थे, लेकिन पुलिस पूरे मामले को टाल रही थी. हरियाणा पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. रेवाड़ी के स्क्रैप कारोबारी के गोदाम से व्यापारी का शव बरामद किया गया है.
हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गुड़गांव में सड़क किनारे एक व्यक्ति को अलवर के स्क्रैप व्यापारी मंगत अरोड़ा का मोबाइल फोन पड़ा हुआ मिला. जैसे ही उस व्यक्ति ने मोबाइल फोन किया, पुलिस के पास उस व्यक्ति की लोकेशन पहुंच गई क्योंकि पुलिस ने व्यापारी का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर डाल रखा था. मोबाइल की लोकेशन की मदद से पुलिस ने कुछ देर में उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.
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पूछताछ में उसने बताया कि उसको यह मोबाइल फोन सड़क पर पड़ा हुआ मिला है. मोबाइल की रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने रेवाड़ी के दो लोगों को हिरासत में लिया. पूछताछ में उन लोगों ने पूरी घटना का खुलासा (Alwar scrap trader murdered in Rewari) किया. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी रेवाड़ी में स्क्रैप कारोबारी के यहां काम करते हैं. मंगत अरोड़ा रेवाड़ी में स्क्रैप कारोबारी से पैसे लेने के लिए गया था. वहीं, तीसरा मुख्य आरोपी रेवाड़ी का व्यापारी अभी फरार है.
बता दें, 10 अगस्त को मंगत अरोड़ा अलवर के स्कीम दो से रेवाड़ी में अंकित भालिया से पैसे लेने के लिए अपनी बाइक से रेवाड़ी गया था. लेकिन, रात तक व्यापारी अपने घर नहीं लौटा. इस पर परिजनों ने अलवर शहर कोतवाली में व्यापारी की गुमशुदा होने की रिपोर्ट दी. इस संबंध में परिजन रेवाड़ी गए और रेवाड़ी पुलिस से संपर्क किया. शुरुआत में पुलिस ने उनकी मदद नहीं की. उसके बाद वापस परिजन अलवर आए और अलवर पुलिस से मदद की गुहार लगाई. इसके बाद अलवर पुलिस के सिपाही रेवाड़ी पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज चेक किया. सीसीटीवी में व्यापारी बाइक पर जाता हुआ दिखाई दिया.
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इसके बाद पुलिस ने रेवाड़ी में स्क्रैप व्यापारी अंकित भालिया से पूछताछ की. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि मंगत अरोड़ा को उसने 12 लाख रुपए दिए थे. पैसे लेकर मंगत अरोड़ा चला गया था. लेकिन, व्यापारी के परिजनों के कहने पर अलवर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर रेवाड़ी पुलिस को भेज दी. इसके बाद रेवाड़ी पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की. रेवाड़ी के व्यापारी अंकित भालिया ने पुलिस को बताया कि मंगत को उसने 12 लाख रुपए दे दिया, जिसे लेकर वह चला गया.
वहीं, पुलिस जांच में सामने आया कि अलवर व्यापारी मंगत जब पैसे लेने के लिए अलवर से निकला तब उनकी रेवाड़ी के अंकित भालिया से फोन पर बात हुई थी. मंगत ने कहा था कि पैसे लेने आ रहा हूं. इस पर अंकित ने कहा था कि पैसे नहीं हैं. इसके जवाब में मंगत ने कहा था कि मैं आ रहा हूं, छोले-भटूरे तो खिला दोगे.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अंकित ने अपने दो कर्मचारियों को 3 लाख रुपए देकर मंगत की हत्या करने की साजिश रची. पहले ही तय कर लिया था कि मंगत के आने पर उसे पैसे देने की बात कहकर गोदाम में ले जाकर उसकी हत्या कर देंगे. जैसे ही मंगत रेवाड़ी पहुंचा, अंकित ने अपने साथियों के साथ गोदाम में ले जाकर मंगत की हत्या (Alwar scrap trader murdered in Rewari) की और उसके शव को अपने गोदाम में गाड़ दिया. इसी बीच रविवार रात को मंगत का मोबाइल फोन चालू हो गया. उसके बाद इस पूरी घटना का खुलासा हुआ.
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हरियाणा पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है. साथ ही मंगत का शव रेवाड़ी में स्क्रैप कारोबारी के गोदाम से बरामद करने की प्रकिया चल रही है. परिजनों ने कहा कि समय पर अगर पुलिस कार्रवाई करती, तो व्यापारी की जान बचाई जा सकती थी. घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं, शव लेने के लिए परिजन रेवाड़ी के लिए रवाना हो चुके हैं.