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महाराजा जयसिंह की 139वीं जयंती, टीकाराम जूली ने योगदानों को किया याद - maharaja jai ​singh

आधुनिक अलवर के निर्माता महाराजा जयसिंह की 139वीं जयंती के मौके पर कांग्रेसियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके योगदान को याद किया.

139th birth anniversary of maharaja jai ​singh,  maharaja jai ​singh
महाराजा जयसिंह की 139वीं जयंती
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Published : Jun 15, 2021, 5:56 AM IST

अलवर. श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली और अलवर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने सोमवार को महाराजा जयसिंह की 139वीं जयंती मनाई. कार्यक्रम के दौरान मोती डूंगरी पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की. महाराजा जयसिंह को आधुनिक अलवर की परिकल्पना, विकास एवं नए स्वरूप के प्रवक्ता के रूप में याद किया जाता है.

पढ़ें: Special: हाथी पालकों पर दोहरी मार, एक तरफ कोरोना महामारी दूसरी तरफ पालन-पोषण भारी

श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि महाराजा जयसिंह ने सैकड़ों कानूनों का निर्माण किया तथा हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. ग्राम पंचायतों की स्थापना में न्यायपालिका को कार्यपालिका से पूर्ण कर राज्य में उच्च न्यायालय की स्थापना की. उन्होंने सिंचाई के लिए जयसमंद, विजय सागर, हंस सरोवर सहित सैकड़ों बांधों का निर्माण कराया. निशुल्क शिक्षा और सैनिक शिक्षा तथा राष्ट्रीय कॉलेज की स्थापना उन्हीं की देन है. आज जिला मुख्यालय पर स्थित आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त सामान्य चिकित्सालय नींव भी उन्हीं की रखी है.

जूली ने आगे कहा कि राज्य में बाल विवाह, मृत्यु भोज, बेमेल विवाह जैसी समाज में व्याप्त कुरीतियों पर पाबंदियां लगा कर उन्होंने समाज में जागरूकता लाने का कार्य किया. राज्य में वन्यजीव हिंसा को रोकने के लिए उन्होंने सरिस्का हवेली का निर्माण करवाया.

अलवर. श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली और अलवर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने सोमवार को महाराजा जयसिंह की 139वीं जयंती मनाई. कार्यक्रम के दौरान मोती डूंगरी पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की. महाराजा जयसिंह को आधुनिक अलवर की परिकल्पना, विकास एवं नए स्वरूप के प्रवक्ता के रूप में याद किया जाता है.

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श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि महाराजा जयसिंह ने सैकड़ों कानूनों का निर्माण किया तथा हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. ग्राम पंचायतों की स्थापना में न्यायपालिका को कार्यपालिका से पूर्ण कर राज्य में उच्च न्यायालय की स्थापना की. उन्होंने सिंचाई के लिए जयसमंद, विजय सागर, हंस सरोवर सहित सैकड़ों बांधों का निर्माण कराया. निशुल्क शिक्षा और सैनिक शिक्षा तथा राष्ट्रीय कॉलेज की स्थापना उन्हीं की देन है. आज जिला मुख्यालय पर स्थित आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त सामान्य चिकित्सालय नींव भी उन्हीं की रखी है.

जूली ने आगे कहा कि राज्य में बाल विवाह, मृत्यु भोज, बेमेल विवाह जैसी समाज में व्याप्त कुरीतियों पर पाबंदियां लगा कर उन्होंने समाज में जागरूकता लाने का कार्य किया. राज्य में वन्यजीव हिंसा को रोकने के लिए उन्होंने सरिस्का हवेली का निर्माण करवाया.

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