अलवर. जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. प्रतिदिन 700 से अधिक कोरोना के नए संक्रमित मरीज मिल रही हैं. जिले में एक्टिव केसों की संख्या छह हजार से अधिक हो गई है. निजी अस्पतालों में बेड फ्लोर चुके हैं. सरकारी अस्पताल में भी लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. मरीजों को ऑक्सीजन वाले बेड नहीं मिल रहे हैं. दिल्ली गुड़गांव फरीदाबाद नोएडा गाजियाबाद सहित आसपास के शहरों से भी बड़ी संख्या में मरीज अलवर आने लगे हैं.
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सबसे ज्यादा जरूरी है. देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार हो रहा है. कुछ शहरों में ऑक्सीजन की कालाबाजारी के मामले भी सामने आए हैं. बिना ऑक्सीजन के लगातार हॉस्पिटल में मरीजों की जान जा रही है. ऐसे में भिवाड़ी के आइनॉक्स के बाद एमआईए उद्योगी क्षेत्र सनर्जी स्टील प्लांट का जिला प्रशासन ने अधिग्रहण कर लिया है.
इस प्लांट से अलवर भरतपुर, दौसा, जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, हिंडौन सहित आसपास के जिलों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. 24 घंटे प्लांट चलता है. 24 घंटे के दौरान करीब 150 से 200 सिलेंडर भरे जाते हैं. लगातार अन्य जिलों से भी सिलेंडर भरने के लिए अलवर पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन डिमांड के हिसाब से अलग-अलग जिलों की गाड़ी भरी जा रही हैं.
सभी जिलों को निशुल्क ऑक्सीजन दी जा रही है. प्रशासन की तरफ से एक कर्मचारी वहां लगाया गया है. जो लगातार ऑक्सीजन पर मॉनिटरिंग कर रहा है. साथ प्रशासन की डिमांड के अनुसार लगातार ऑक्सीजन सप्लाई करने का काम किया जा रहा है. प्लांट के पदाधिकारियों ने कहा कि लोगों की जान बचाना पहली प्राथमिकता है.
इसलिए प्लांट के संचालकों द्वारा ऑक्सीजन सप्लाई करने का फैसला लिया गया. हालांकि इससे प्लांट का कामकाज प्रभावित हुआ है. लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी और लगातार ऑक्सीजन सप्लाई करेंगे. ऐसे में साफ है कि अलवर लोगों को जीवन देने का काम कर रहा है.