अजमेर. प्रदेश में गुर्जर आंदोलन फिर से जोर पकड़ने लगा है. एक नवंबर से गुर्जर आरक्षण समिति ने आंदोलन की सरकार को चेतावनी दे रखी है. उसी क्रम में अजमेर में भी गुर्जर समाज के लोगों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के डाक बंगले में बैठक आयोजित कर आंदोलन की रणनीति तैयार की है.
अजमेर का गुर्जर समाज गुर्जर आरक्षण समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निर्देश पर आंदोलन को गति देगा. 1 नवंबर को गुर्जर आरक्षण समिति की आंदोलन की चेतावनी के मद्देनजर अजमेर के गुर्जर समाज के पदाधिकारियों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के डाक बंगले में बैठक आयोजित की. बैठक में आंदोलन के मुद्दों पर चर्चा की गई. साथ ही कर्नल बैंसला को पूरा समर्थन देते हुए अजमेर का गुर्जर समाज एकजुट होकर जिले में आंदोलन के लिए तैयार है. समाज के लोगों ने गांव-ढाणियों तक समर्थन जुटाने की रणनीति बैठक में बनाई है.
समाज के पदाधिकारी नोरत गुर्जर ने बताया कि गुर्जर समाज की लंबे अरसे से मांगे लंबित चल रही है. सरकारें आती जाती हैं, लेकिन समाज को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि समाज की 5 प्रतिशत आरक्षण मांग है. इसके अलावा नौकरियों में पुराने बैकलॉग को नहीं भरा गया. गुर्जर आरक्षण के लिए पूर्व में छेड़े गए. आंदोलन में पुलिस की गोली के शिकार हुए मृतकों के आश्रितों को नौकरियां नहीं दी गई.
अखिल भारतीय गुर्जर समाज के जिला अध्यक्ष हरचंद खटाना ने कहा कि आरक्षण की लड़ाई में गुर्जर समाज एक है. उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज यह बिल्कुल नहीं चाहता है कि आंदोलन में आमजन को कोई तकलीफ हो, लेकिन सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं कर रही है. इसलिए मजबूरीवश उन्हें आंदोलन में उतरना ही पड़ेगा. फिर चाहे रास्ता जाम करना पड़े या रेलवे ट्रैक गुर्जर समाज हर तरह के आंदोलन के लिए तैयार है.