अजमेर. स्कूल प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 के चयनित अभ्यार्थियों के आंदोलन को गति देने के लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव बुधवार को अजमेर पहुंचे. बेरोजगार चयनित अभ्यर्थियों के धरना स्थल पर बैठक आयोजित कर उपेन यादव ने उपचुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार करने और नौकरी नहीं तो वोट नहीं अभियान चलाने की घोषणा की.
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अजमेर में प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 के चयनित अभियार्थी राजस्थान लोक सेवा आयोग से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने और नियुक्ति की मांग को लेकर 9 दिन से आंदोलनरत है. आरपीएससी से 100 मीटर की दूरी पर अभियार्थी धरने पर बैठे है. आरपीएससी और सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर अभ्यार्थियों ने आंदोलन को गति देने का मानस बनाया है. इसके लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव से सहयोग मांगा. जिसके बाद बुधवार को उपेन यादव चयनित अभ्यर्थियों के धरना स्थल पर पहुंचे.
नौकरी की आस में स्कूल प्राध्यापक भर्ती 2018 के चयनित अभ्यार्थियों का सब्र अब जवाब देने लगा है. 9 दिन से अभ्यार्थी अजमेर में आरपीएससी भवन से 100 मीटर की दूरी पर धरना दे रहे है, लेकिन आरपीएससी और सरकार की ओर से चयनित अभ्यार्थियों को कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया. भावी व्याख्याता अब अपनी मांगों को लेकर आंदोलन को गति देने का मानस बना चुके हैं.
इस क्रम में राजस्थान में हो रहे उपचुनाव क्षेत्रों मे जाकर अभ्यार्थी नौकरी नहीं तो वोट नहीं अभियान चलाएंगे. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने स्कूल प्राध्यापक भर्ती 2018 के चयनित अभ्यार्थियों के बीच बुधवार को पहुंचकर नौकरी नहीं तो वोट नहीं अभियान की घोषणा की.
उपेन यादव ने बताया कि स्कूल प्राध्यापक भर्ती 2018 के प्रकरण से सरकार के तीन मंत्रियों को अवगत करवाया है. उन्होंने आरपीएससी अध्यक्ष से प्रकरण पर बात करने का आश्वासन दिया है, लेकिन आश्वासन से काम नहीं चलेगा, चयनित बेरोजगारों को निर्णय चाहिए. वह कब तक आंदोलनरत रहकर धरना देंगे.
उन्होंने कहा कि नौकरी नहीं तो वोट नहीं अभियान गुरुवार से चारों उपचुनाव क्षेत्रों में अभ्यार्थी शुरू करेंगे. अभियान के तहत घर-घर जाकर मतदाताओं से वोट नहीं करने की अपील की जाएगी. उन्होंने कहा कि चयनित अभ्यार्थी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं 2018 पर 2021 आ चुका है, लेकिन नौकरी को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है.
यादव ने कहा कि चयनित अभ्यार्थियों को नौकरी नहीं दी जाती है और आरपीएससी की तानाशाही को खत्म नहीं किया जाता है, तो 3 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव है. वहां के लिए ऐलान किया गया है कि नौकरी नहीं तो वोट नहीं, जिसकी शुरुआत गुरुवार को राजसमंद से होगी. इसके बाद सहाड़ा, सुजानगढ़ में भी आवाज बुलंद की जाएगी.