अजमेर. वैश्विक कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन में अजमेर में फंसे प्रवासी श्रमिकों को भेजने का सिलसिला जारी है. श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से बिहार भेजने के बाद अब यूपी और बिहार के लिए अन्य ट्रेनें भेजने को लेकर कवायद जारी है.
जानकारी के अनुसार लॉकडाउन में 1800 के लगभग प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न शेल्टर होम में रखा गया था, इनमें से अब 105 श्रमिक शेल्टर होम में रह गए हैं. शेष सभी को उनके घर भेज दिया गया है. अब जिले में व्यवसायिक क्षेत्रों में मौजूद यूपी और बिहार के प्रवासी श्रमिकों को भेजने की कवायद जारी है. कोविड-19 प्रभारी और जिला परिषद सीईओ गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जिले में 13 हजार श्रमिक बिहार और 8 हजार श्रमिक उत्तर प्रदेश से हैं.
सीईओ राठौड़ ने बताया कि राजस्थान सरकार के निर्देश पर श्रमिकों को उनके राज्यों भेजने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है. उन्होंने बताया कि बिहार के लिए एक ट्रेन जा चुकी है, जिसमें 1135 श्रमिकों को भेजा गया है. इसी प्रकार जल्द ही यूपी और बिहार ट्रेन भेजे जाने की संभावना है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में एसडीएम और तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्रों में श्रमिकों की सूची तैयार कर रहे हैं. वरीयता के आधार पर श्रमिकों को भेजा जाएगा.
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सबसे पहले ट्रेन के जरिए भेजे जाने वाले श्रमिकों की मेडिकल टीम की ओर से स्क्रीनिंग की जाएगी. उन्होंने बताया कि बिहार जाने वाले श्रमिकों की सूची लगभग तैयार है. वहीं यूपी के श्रमिकों की सूची तैयार की जा रही है. राठौड़ ने बताया कि बिहार के लिए दूसरी ट्रेन बुधवार को जाने की संभावना है.