पुष्कर (अजमेर). सम्पूर्ण मानव जाति के कल्याण और देश में खुशहाली की मनोकामना लेकर सैकड़ों साधु-संतों ने गुरुवार को ब्रह्म चौदस के पवित्र अवसर पर कस्बे भर के विभिन्न मठ-आश्रमों से शोभायात्रा के माध्यम से पुष्कर सरोवर (Pushkar Sarovar) के सप्त ऋषि घाट पर शाही स्नान कर पूजा-अर्चना की.
ब्रह्म मुहूर्त में 17वां शाही स्नान
साधु-संतों ने पवित्र मौके पर ब्रह्म मुहूर्त में 17वां शाही स्नान (Shahi Snan) किया. सेन भक्तिपीठ से सेनाचार्य अंचलानंदचार्य व रामरामिया आश्रम के रामदयाल महाराज की अगुवाई में सभी आश्रमों के संत-साधुओं और महंत गाजे-बाजे के सप्त ऋषि घाट (Sapta Rishi Ghat) पहुंचे. जहां पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर (Former Minister of State for Education Naseem Akhtar) ने संतों की अगवानी की.
पुष्कर को स्वच्छ बनाने का लिया संकल्प
सभी साधु संतों ने वैदिक मंत्रोच्चार (Vedic Chants) के साथ पूजा अर्चना कर पवित्र सरोवर (Holy Lake) में शाही स्नान किया. श्रद्धालुओं ने संत महात्माओं का शॉल माला पहनाकर सम्मान किया. इस अवसर पर सभी ने सरोवर का जल हाथ में लेकर सेनाचार्य अंचलानंद महाराज के सानिध्य में पुष्कर को स्वच्छ बनाने पर्यावरण बचाओं का संकल्प लिया. इसके पश्चात संतों ने पवित्र सरोवर की परिक्रमा कर अपने आश्रम मठो की ओर रुख किया. वहीं शुक्रवार (Friday) को पूर्णिमा महास्नान में देश भर से आये श्रद्धालु सरोवर में आस्था की डुबकी लगाएंगे.
15 लाख की लागत का रथ जगत पिता ब्रह्मा मंदिर को भेंट
तीर्थ नगरी पुष्कर में कार्तिक माह के चलते विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मध्य प्रदेश के नर्मदा किनारे स्थित सत्यधाम शक्तिपीठ के प्रमुख पं. गोरेलाल शर्मा द्वारा संतों व वेदाचार्यों के सानिध्य में 15 लाख की लागत का रथ जगत पिता ब्रह्मा मंदिर (Brahma Temple) हेतु भेंट किया गया है. पुष्कर के मुख्य मार्गो से इस रथ की शोभायात्रा निकाली गई. जिसका कस्बे भर के विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. यह रथ मध्यप्रदेश के मुख्य धार्मिक स्थलों की यात्रा कर पुष्कर पहुंचा है. बता दें कि रथ 11 क्विंटल लकड़ी से बना है. रथ में चंदन, सागवान सहित अन्य बहुमूल्य 11 क्विंटल लकड़ी का प्रयोग किया गया है, जो 18 फीट लंबा, 8 फीट चौड़ा व 13 फीट उंचा है, इसे विशेष कारीगरों ने 4 माह में तैयार किया है. इसके निर्माण में लगभग 12 लाख का खर्च आया है.