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पुष्कर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर संत समाज ने कलेक्टर से की मुलाकात

तीर्थ गुरु पुष्कर के पवित्र सरोवर में जल स्तर लगातार कम होने को लेकर संत समाज ने चिंता व्यक्त की है. संत समाज ने कई अन्य मुद्दों को लेकर जिला कलेक्टर से समस्या के निराकरण की मांग की.

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Published : May 20, 2019, 9:20 PM IST

संत समाज ने की कलेक्टर से मुलाकात

अजमेर. तीर्थ नगरी पुष्कर के संतों ने पवित्र सरोवर में पानी की व्यवस्था करने और पुष्कर की मर्यादा और गरिमा को बचाने की मांग जिला कलेक्टर से की है. जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मुलाकात करने आए संतों का कहना है कि पुष्कर सरोवर का धार्मिक महत्व है. हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं. लेकिन घटते जलस्तर के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है.

पुष्कर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर संत समाज ने कलेक्टर से की मुलाकात

इस दौरान संतो ने अन्य कई मुद्दों पर भी बात की. संतों ने पुष्कर में पेयजल व्यवस्था, चारागाह की भूमि पर अतिक्रमण, होटलों में अमर्यादित कार्य को रोकने की मांग जिला प्रशासन से की. इस दौरान एक संत ने कहा कि पुष्कर में होटलों में मांस और मदिरा का सेवन किया जा रहा है. जिसके कारण पुष्कर की पवित्र धरती पर पाप बढ़ रहा है. जिसके कारण जलस्तर कम हो रहा है.

संतों के साथ आए सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि पुष्कर सरोवर में पेयजल व्यवस्था के लिए 5 ट्यूबवेल प्रशासन को खुदवाने चाहिए. ताकि सरोवर में घटते जलस्तर के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो. वहीं प्रशासन को पुष्कर में शराब और मांस पर लगे प्रतिबंध की कठोरता से पालना करवानी चाहिए.

अजमेर. तीर्थ नगरी पुष्कर के संतों ने पवित्र सरोवर में पानी की व्यवस्था करने और पुष्कर की मर्यादा और गरिमा को बचाने की मांग जिला कलेक्टर से की है. जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मुलाकात करने आए संतों का कहना है कि पुष्कर सरोवर का धार्मिक महत्व है. हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं. लेकिन घटते जलस्तर के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है.

पुष्कर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर संत समाज ने कलेक्टर से की मुलाकात

इस दौरान संतो ने अन्य कई मुद्दों पर भी बात की. संतों ने पुष्कर में पेयजल व्यवस्था, चारागाह की भूमि पर अतिक्रमण, होटलों में अमर्यादित कार्य को रोकने की मांग जिला प्रशासन से की. इस दौरान एक संत ने कहा कि पुष्कर में होटलों में मांस और मदिरा का सेवन किया जा रहा है. जिसके कारण पुष्कर की पवित्र धरती पर पाप बढ़ रहा है. जिसके कारण जलस्तर कम हो रहा है.

संतों के साथ आए सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि पुष्कर सरोवर में पेयजल व्यवस्था के लिए 5 ट्यूबवेल प्रशासन को खुदवाने चाहिए. ताकि सरोवर में घटते जलस्तर के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो. वहीं प्रशासन को पुष्कर में शराब और मांस पर लगे प्रतिबंध की कठोरता से पालना करवानी चाहिए.

Intro:अजमेर। तीर्थ गुरु पुष्कर के पवित्र सरोवर में जल स्टार लगातार कम होने से संत समाज ने चिंता व्यक्त की है इसके अलावा पुष्कर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर संत समाज ने जिला कलेक्टर से समस्या के निराकरण की मांग की है।


Body:अजमेर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मुलाकात करने आए तीर्थ नगरी पुष्कर के संतों ने पुष्कर सरोवर में पानी की व्यवस्था करने और पुष्कर की मर्यादा और गरिमा को बचाने की मांग की है संतों का कहना है कि पुष्कर सरोवर का धार्मिक महत्व है श्रद्धालु यहां स्नान के लिए आते हैं लेकिन लगातार घट रहे जलस्तर की वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है इतना ही नहीं पुष्कर में भी पेयजल व्यवस्था विकट बनी हुई है संतो ने कहा कि पुष्कर के आसपास चारागाह की भूमि पर अतिक्रमण हो गए हैं जहां उसने बन गई है इन होटलों में पुष्कर की मर्यादा और गरिमा के विपरीत कार्य होते हैं चारागाह की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने की भी संतों ने जिला प्रशासन से मांग की है एक संत ने तो इतना तक कहा कि पुष्कर में होटलों में मांस और मदिरा का सेवन किया जा रहा है पुष्कर जैसी पवित्र धरती पर पाप बढ़ रहा है इस कारण उसका सर ओर का जलस्तर कम हो रहा है कि संत ने मानसून की बेरुखी को भी पुष्कर सरोवर के घटते जलस्तर का जिम्मेदार बताया।

पुष्कर के संतों के साथ आए सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि पुष्कर सरोवर में पेयजल व्यवस्था के लिए 5 ट्यूबवेल प्रशासन को खुदवाने चाहिए ताकि सरोवर में घटते जलस्तर से देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े वहीं प्रशासन को पुष्कर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए शराब और मांस पर लगे प्रतिबंध को कठोरता के साथ पालना करवानी चाहिए इसके अलावा चरागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने और पुष्कर में आवारा घूम रही गाय और नदियों के लिए गौशाला बनाने की भी संतों ने मांग की है।


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