अजमेर. राजस्थान में जहां एक ओर कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है तो दूसरी ओर सरकार 5G की टेस्टिंग करवा रही है. इसको लेकर आमजन में रोष गहराने लगा है. सरकार के खिलाफ आरएलपी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और अपनी नाराजगी जताई. साथ ही उन्होंने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर प्रदेश में 5G टेस्टिंग रुकवाने और चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा करने की मांग की है.
आरएलपी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, इसके बावजूद सरकार चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा करने की वजह 5G टेस्टिंग करवा रही है. ऐसे माहौल में या आमजन के लिए काफी खतरनाक सिद्ध हो सकती है. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द 5G टेस्टिंग रुकवाई जाए.
क्या 5G की टेस्टिंग है खतरनाक
पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाह फैल रही हैं कि 5G की टेस्टिंग से कोरोना फैल रहा है. और उसी के चलते कोरोना की दूसरी लहर आई है. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह जानकारी गलत है. कोरोना 5G की टेस्टिंग के माध्यम से नहीं फैलता है. और ना ही इसकी टेस्टिंग का इंसानों की मौत से कोई लेना देना है.