अजमेर. ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश आय दिन नए तरीके अपना रहे हैं. जिससे लोग आसानी से उनके चंगुल में फंस जाते हैं. पिछले कुछ समय से बदमाशों ने आर्मी का जवान बनकर लोगों को लूटना शुरू किया है. ऐसा ही एक मामला अलवर गेट थाना क्षेत्र का सामने आया है. जिसमें कुंदन नगर निवासी महेश तोषनीवाल के साथ ठगी हुई है.
अलवर गेट थाने के उपनिरीक्षक दातार सिंह मेड़तिया ने बताया कि व्यापारी महेश तोषनीवाल सैनिटाइजर बेचते हैं. उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया. फोन पर बात कर रहे शख्स ने खुद को नसीराबाद आर्मी कैंट का हवलदार बताते हुए आर्मी के लिए सैनिटाइजर खरीदने को कहा. इस पर महेश को उक्त व्यक्ति पर विश्वास हो गया और उसने अपने खाते संबंधी जानकारियां उक्त व्यक्ति को दे दी.
इसके बाद ठग ने खाते से 1 लाख रुपए विभिन्न किस्तों में निकाल लिए. जैसे ही रुपए कटने का मैसेज आया तो व्यापारी के पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने इस संबंध में पुलिस थाने रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके फोन नंबर और बैंक अकाउंट के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.
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दूसरा मामला : साइबर थाने का थाना अधिकारी बनकर युवक से मांगे एक लाख रुपए
अजमेर निवासी एक दूसरे युवक से भी थानाधिकारी बनकर 1 लाख रुपए मांगने का सनसनीखेज मामला भी गुरुवार को सामने आया. जो अजमेर शहर का रहने वाला है. युवक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है कि ठग से उसे फोन करके साइबर थाने के थाना अधिकारी द्वारा 1 लाख रुपए मांगने की बात कही. ठग ने युवक से कहा कि उसे एसएचओ साइबर क्राइम के नाम से फोन आ रहा है. कथित थानेदार ने ठग को कहा है कि एक व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया है. जिसमें पीड़ित युवक और एक अन्य युवक का नाम लिखकर युवती ने सुसाइड किया है. यदि वह बचना चाहता है तो उसके खाते में 15 मिनट में 1 लाख रुपए जमा करवा दें, नहीं तो उसे गिरफ्तार करके कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस कर्मियों की फोटो भी लगाई
कथित एसएचओ ने जिस नंबर से फोन किया, वह नंबर और व्हाट्सएप नंबर दोनों अलग-अलग थे. व्हाट्सएप नंबर पर पुलिस कर्मियों की फोटो भी लगाई गई थी. जिससे आसानी से व्यक्ति शिकार बन जाए. इस मामले में भी युवक काफी घबरा गया और उसने पुलिस ने मदद मांगी.