अजमेर. दरगाह कमेटी सदर अमीन पठान ने गुरुवार को नागरिक संशोधन बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि नागरिक संशोधन बिल से हिंदुस्तान के आम मुसलमानों के लिए बने कानून और अधिकारों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और ना ही बिल से उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी होगी. लिहाजा देश में रह रहे मुसलमानों को इस बिल से घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
अजमेर में दरगाह के नजदीक विवादी शौचालय की भूमि पर अपना पक्ष रखने के बाद दरगाह कमेटी सदर ने कैप पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बिल पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर मुस्लिम लोगों को नागरिकता प्रदान करने के लिए लाया गया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने तीन बार कहा है कि इस बिल से हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस बिल से मुसलमानों के लिए बने कानून और अधिकार वैसे ही रहेंगे जैसे पहले थे.
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अमीन पठान ने बताया कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक जो इन्हीं परिस्थितियों के कारण देश में शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं क्योंकि उन्हें भारत में सुरक्षा का माहौल मिल रहा है. उन्होंने कहा कि लोकसभा में बीजेपी का बहुमत है लेकिन राज्यसभा में तो कई दल के लोगों ने बिल का समर्थन किया है. उन्होंने सोच समझकर ही फैसला लिया है.
बिल पारित होने पर सरकार ने जो कमिटमेंट किए हैं, सरकार उसे जिम्मेदारी के साथ फॉलो करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं जो अपनी सियासत चमकाने के लिए बिल का विरोध और प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग बिल का विराध कर रहे हैं, वह केवल राजनीति कर रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि मुसलमानों को इस बिल से कोई तकलीफ होगी.