अजमेर. जिले की पीसांगन पंचायत समिति की दांतडा ग्राम पंचायत में लॉकडाउन सीसीटीवी की निगरानी में हो रहा है. इतना ही नही गांव में सर्वे हो या कर्मचारियों की ड्यूटी का समय, सब कुछ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होता है. चोरी की वारदातों और बाहरी लोगों पर नजर रखने के लिए गांव के हर मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे अब लॉकडाउन और धारा 144 का उलंघन करने वालों को भी सही राह दिखाने में कारगर साबित हो रहे हैं.
अजमेर शहर में अभय कमांड सेंटर का उद्घाटन पूर्व वसुंधरा सरकार में हुआ था. लेकिन शहर में ना 700 सीसीटीवी कैमरे लगे और ना ही वो अभय कमांड सेंटर से जुड़ पाए. इसके ठीक विपरीत जिले की ग्राम पंचायत दातड़ा ने गांव को तीन साल पहले ही सीसीटीवी के जरिए सुरक्षित कर लिया.
गांव की जनसंख्या 5 हजार:
दातड़ा ग्राम पंचायत में करीब 3 हजार मतदाता हैं. वहीं गांव की जनसंख्या साढ़े पांच हजार के करीब है. गांव के राजीव गांधी सेवा केंद्र में बने आईटी केंद्र में गांव में लगे 8 सीसीटीवी कैमरों का नियंत्रण कक्ष है. जहां से गांव की हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है.
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पूर्व सरपंच ने लगवाए थे कैमरे:
गांव के सरपंच रणजीत ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे पूर्व सरपंच के समय लगे थे. हाइवे के करीब होने से गांव में बाहरी लोगों के आने और चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से इसे लगाया गया था. लेकिन कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन में यही कैमरे कारगर साबित हो रहे हैं. इनके जरिए गांव में चल रहे सर्वे के कार्य सहित कोरोना वायरस के चलते जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. उन पर भी निगरानी रखी जा रही है. बता दें कि जेठना ग्राम पंचायत में 88 लोग होम आइसोलेशन में हैं.
सरपंच रणजीत बताते हैं कि सीसीटीवी कैमरों की बराबर मॉनिटरिंग की जाती है और कोई गांव में लॉकडाउन का उल्लंघन करता है, तो तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाकर घर में रहने की सलाह दी जाती है.