अजमेर. शहर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं ने मांग कि है कि सांवरदा में आनन्दपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग करने जुटे राजपूत समाज के 24 नेताओं को सीबीआई ने दोषी माना है. जबकि समाज सरकार से आनंदपाल के एनकाउंटर की जांच कर रहा था.
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के शहर अध्यक्ष भवानी सिंह पड़िहार ने कहा कि सीबीआई जांच में बेकसूर राजपूत समाज के 24 नेताओं को दोषी माना है. राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपकर उन्हें मामले से अवगत करवाने के साथ 24 राजपूत नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की गई है.
उन्होंने कहा कि आनंदपाल एनकाउंटर की जांच की मांग बुलंद करने में जुटे राजपूत समाज को प्रशासन ने उकसाया और हवाई फायर किया. जिससे मौके पर भगदड़ मच गई. उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन की गलती का ठीकरा राजपूत समाज के 24 नेताओं पर फोड़ा गया है, जो सरासर गलत है.
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राजपूत समाज के नेताओं के खिलाफ मुकदमे वापस नहीं लिए जाते है, तो राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना देशभर में बड़ा आंदोलन करेगी. सचिव शिवराज सिंह पदमपुरा ने कहा कि समाज आनंदपाल फर्जी एनकाउंटर में सीबीआई की जांच की मांग कर रहा था उसे तो दबा दिया गया, लेकिन न्याय के लिए लड़ रहे 24 राजपूत नेताओं के खिलाफ सीबीआई जांच में उन्हें दोषी बनाया गया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि राजपूत समाज के 24 नेताओं के खिलाफ मुकदमे जल्द वापस लिया जाएं.