अजमेर. देशभर में कोरोना की महामारी से लोगों को जीवन यापन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश भर में 21 दिन का लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोगों के घरों में राशन सामग्री भी अब खत्म होने लगी है, कई परिवार ऐसे हैं जो रोजमर्रा की जिंदगी को जीवन यापन करते थे, उनके सामने भी परेशानी का पहाड़ खड़ा हो गया है. अब ऐसे में जनप्रतिनिधियों द्वारा जनता राशन देने की शुरुआत की गई है.
जिसमें सबसे पहले उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और नगर निगम मेयर धर्मेंद्र गहलोत ने जनता राशन की शुरुआत की है. जिसमें कुछ जरूरतमंदों को सूखा राशन देकर इसकी शुरुआत की गई है. जहां पार्षदों की ओर से न्यूनतम शुल्क देकर खाद्य सामग्री दी जा रही है.
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देवनानी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस प्रकार जनप्रतिनिधियों और भामाशाहओं के सहयोग से जनता रसोई चलाई जा रही है. उसी प्रकार से जनता राशन की भी शुरुआत की गई है. जिसके अंतर्गत कुछ जरूरतमंदों को इस योजना में राशन पहुंचाया जा रहा है.
न्यूनतम दर में दी जा रहा है खाद्य सामग्री
ऐसे परिवारों तक राशन पहुंचाने की योजना को साकार रूप दिया जा रहा है, जिनके पास सरकार द्वारा किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. वहीं पार्षद और जनप्रतिनिधियों के जरिए जरूरतमंद लोगों को बाजार मूल्य 350 रुपय की सामग्री को केवल मात्र 175 रुपय में सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है. जिसमें चावल, दाल और तेल को शामिल किया गया है.
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गौरतलब है कि इस योजना के तहत अजमेर के लगभग 1 हजार परिवारों तक सामग्री को पहुंचाया गया है. जिसमें प्रत्येक परिवार को 8 से 10 दिन का राशन दिया जा रहा है.