अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में भी कोरोना वायरस का खौफ देखने को मिल रहा है. गरीब नवाज की दरगाह में जायरीनों की संख्या में भारी कमी देखने को मिल रही है. वहीं दरगाह कमेटी और अंजुमन की ओर से भी जायरीनों की संख्या कम करने के प्रयास लगातार जारी है.
ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में देश और विदेश से आने वाले जायरीनों की आवक काफी कम हो गई है. वहीं दरगाह कमेटी भी जायरीनों से अपील कर रही है कि फिलहाल, सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह यात्रा टालने का प्रयास करें. जिससे अजमेर में भी ज्यादा से ज्यादा भीड़ को रोका जा सके. हालांकि, पहले से ही जायरीनों की आवक घटकर लगभग 30 प्रतिशत ही रह चुकी है. दरगाह खादीमों की संस्था अंजुमन कमिटी के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा ने जानकारी दी.
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अंगारा के अनुसार दरगाह में जायरीनों को एक साथ जमा नहीं होने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही अगर आगे जरूरत पड़ी तो जायरीनों को एक साथ प्रवेश करने से रोकने के भी प्रयास किए जाएंगे. इसके अलावा कर्मचारियों को भी जरूरी एहतियात बरतने और साफ-सफाई रखने का ध्यान रखा जा रहा है. दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने जानकारी देते हुए बताया कि दरगाह में सेनिटाइजेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है.
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वहीं चिकित्सकों की टीम भी स्क्रीनिंग का कार्य कर रही है. इसके साथ ही वजू के लिय सभी होजों को खाली करवा दिया गया. दरगाह में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण दरगाह में किसी भी तरह से न फैले. इसके साथ ही अंजुमन व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा कर रही है.
स्प्रे मशीन से किया जा रहा जगह-जगह छिड़काव
ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के आसपास के इलाकों में स्प्रे से लगातार छिड़काव किए जा रहे हैं. जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण ना फैल पाए. इसका खास तौर से ध्यान रखा जा रहा है. जगह-जगह मच्छर और गंदगी ना पहले किसी भी संक्रमण का असर वहीं नगर निगम की टीम हर क्षेत्र में फोगिग कर रही है. जिससे मच्छर आदि से भी बचा जा सका.