अजमेर. शहर के खारी कुई डिग्गी बाजार के एक ही परिवार के चार जने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मंगलवार को लॉक डाउन के सातवें दिन परिवार की एक युवती की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है. चिकित्सा विभाग के अनुसार युवक की बहन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसे आइसोलेशन में भर्ती किया गया है.
बता दें कि गत दिनों खारीकुई डिग्गी बाजार निवासी युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उसके माता-पिता और भाई की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई थी. जिसे जयपुर आइसोलेशन में उन्हें भर्ती किया गया है. वहीं परिजनों की जांच के साथ ही रिपोर्ट में बहन की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, जिसकी फिर से हुई जांच रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई है. इस परिवार का युवक हरियाणा पंजाब से होकर 22 मार्च को अजमेर में पहुंचा था. जो कोरोना पॉजिटिव पाया गया था इसको पॉजिटिव युवक से तीन राज्यों में लगातार चिंता बढ़ चुकी है.
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अजमेर में अब एक ही परिवार के पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. इसके बाद से ही क्लॉक टावर थाना क्षेत्र सहित चार थाना क्षेत्रों में लगातार कर्फ्यू जारी है. कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में लागातार सर्वे कार्य किया जा रहा है. वहीं इन इलाकों में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा. सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं जारी है. लगातार कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है. कोरोना महामारी के चलते प्रशासन ने अजमेर जिले की सीमाएं भी सील कर दी है और सतर्कता बढ़ा दी है.
जिला कलेक्टर विश्व मोहम शर्मा ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में संदिग्धों को भर्ती कर उनका इलाज जारी है. जांच के बाद संदिग्ध मरीजों को होम आइसोलेशन किया जा रहा है. वहीं पॉजिटिव को आइसोलेशन में शिफ्ट किया जा रहा है. साथ ही लॉक डाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
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लॉक डाउन पर राज्य सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन चिकित्सा विभाग और पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है. जिला रसद विभाग की ओर से मोबाइल वैन दुकानों के माध्यम से वार्डों में खाद्य सामग्री और सब्जियां पहुंचाई जा रही है और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ भी सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. कोरोना के बढ़ते कहर के चलते जिला प्रशासन ने शहर सहित जिले के निजी अस्पतालों और होटलों को भी अधिग्रहण कर लिया गया है. निजी चिकित्सकों की सेवाएं लेने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
शहर में जगह-जगह बैरिकॉडिंग व नाकाबंदी
वहीं श्रमिकों में होटल तथा गेस्ट हाउस में फंसे लोगों के लिए प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्था की जा रही है पुलिस की लॉक डाउन के चलते जगह-जगह बैरिकेड लगाकर नाकाबंदी की जा रही है दरगाह क्षेत्र की विभिन्न होटलों गेस्ट हाउस में फंसे लगभग 3000 जायरीन के लिए भी प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्थाएं की जा रही है सिर्फ इमरजेंसी सेवा और उनके वाहनों को ही जाने दिया जा रहा है.