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स्पेशल: उत्तर भारत में क्रिश्चियन समाज का सबसे बड़ा सेंटर है अजमेर, क्रिसमस का खासा क्रेज

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Published : Dec 24, 2019, 1:46 PM IST

उत्तर भारत में अजमेर मसीह समाज का सबसे बड़ा केंद्र है. अजमेर में क्रिश्चियन समाज की अच्छी खासी तादात है. यही वजह है कि यहां क्रिसमस की तैयारियों को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है. रात को रंग-बिरंगी रोशनी में नहाए प्राचीन चर्च आकर्षण का केंद्र बने हुए है. वहीं घरों में भी ईसाई समाज के लोगों ने क्रिसमस पर्व के लिए विशेष तैयारियां कर ली है. क्रिसमस की तैयारियों को लेकर अजमेर में क्या कुछ चल रहा है, पेश है ईटीवी भारत पर इसे लेकर एक खास रिपोर्ट...

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क्रिसमस डे को लेकर अजमेर में तैयारियां पूरी

अजमेर. धार्मिक व पर्यटन नगरी अजमेर सौहार्द की नगरी है. यहां की आपसी सद्भाव की मिसाल पूरी दुनिया जानती है. हिन्दू, मुस्लिम, जैन के अलावा ईसाई समाज के भी प्राचीन प्रमुख धार्मिक स्थल यहां पर है. उत्तर भारत का मसीह समाज का सबसे बड़ा केंद्र अजमेर में है. अजमेर शहर में 10 प्राचीन चर्च है. जो अपनी स्थापत्यकला की मिसाल है. इसी बीच अगर बात क्रिसमस की हो तो अजमेर में इसे लेकर विशेष उत्साह बना हुआ है. यहां के प्राचीन चर्च रोशनी की मनमोहक सजावट से बरबस ही राह से गुजरते लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.

क्रिसमस डे को लेकर अजमेर में तैयारियां पूरी

चर्च के भीतर विशेष सजावट की गई है. वहीं इस दिन को और भी खास बनाने के लिए समाज के लोग जुटे हुए हैं. सेंट एंसलम चर्च के फादर कॉसमॉस शेखावत बताते हैं कि क्रिसमस पर्व से पूर्व मसीह समाज चर्च में रोशनी के लिए अलग-अलग दिन कैंडल जलाते हैं. जिसके साथ प्रेम, शांति आनंद की दुआ की जाती है. अंतिम कैंडल क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु के लिए जलाई जाती है. जिससे उनका आशीर्वाद मिलता रहे और प्रेम, शांति और आनंद से लबरेज होकर इंसान इनका अन्य लोगों में प्रसार कर सके.

यह भी पढ़ें : अजमेर: क्रिसमस डे की पूर्व संध्या पर विद्यालयों में आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम

मसीह समाज के धार्मिक स्थल चर्च के साथ लोग अपने घरों में भी विशेष तैयारियां कर रहे हैं. खासकर युवाओं में क्रिसमस को लेकर जबरदस्त उत्साह है. स्तुति बताती है कि घर में सजावट करने के साथ ही क्रिसमस पर घर आने वाले मेहमानों के लिए केक बनाए हैं. उन्होंने बताया कि क्रिसमस के दिन उनका जन्मदिन भी है. ऐसे में उनके लिए डबल खुशी का दिन है. उन्हें सालभर से क्रिसमस का इंतजार रहता है. ताकि क्रिसमस के साथ जन्मदिन की खुशियां अपनों के साथ मना सकें. वहीं क्रिसमस गिफ्ट के साथ जन्मदिन के गिफ्ट भी उन्हें मिलेंगे.

क्रिसमस खुशियों का त्यौहार है. मान्यता है कि धरती पर पाप का अंत करने के लिए प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. प्रभु यीशु के जन्म के दिन क्रिसमस मसीह समाज का सबसे बड़ा पर्व है. स्थानीय विपिन बैंसिल बताते हैं कि क्रिसमस पर्व पर चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं होंगी. जिनमें पूरी दुनिया के लिए अमन और शांति की दुआएं भी की जाएगी. क्रिसमस के लिए अब समय कम बचा है. इसे लेकर लोग तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं और अब अपनो के साथ क्रिसमस सेलिब्रेशन का सबको इंतजार है.

अजमेर. धार्मिक व पर्यटन नगरी अजमेर सौहार्द की नगरी है. यहां की आपसी सद्भाव की मिसाल पूरी दुनिया जानती है. हिन्दू, मुस्लिम, जैन के अलावा ईसाई समाज के भी प्राचीन प्रमुख धार्मिक स्थल यहां पर है. उत्तर भारत का मसीह समाज का सबसे बड़ा केंद्र अजमेर में है. अजमेर शहर में 10 प्राचीन चर्च है. जो अपनी स्थापत्यकला की मिसाल है. इसी बीच अगर बात क्रिसमस की हो तो अजमेर में इसे लेकर विशेष उत्साह बना हुआ है. यहां के प्राचीन चर्च रोशनी की मनमोहक सजावट से बरबस ही राह से गुजरते लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.

क्रिसमस डे को लेकर अजमेर में तैयारियां पूरी

चर्च के भीतर विशेष सजावट की गई है. वहीं इस दिन को और भी खास बनाने के लिए समाज के लोग जुटे हुए हैं. सेंट एंसलम चर्च के फादर कॉसमॉस शेखावत बताते हैं कि क्रिसमस पर्व से पूर्व मसीह समाज चर्च में रोशनी के लिए अलग-अलग दिन कैंडल जलाते हैं. जिसके साथ प्रेम, शांति आनंद की दुआ की जाती है. अंतिम कैंडल क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु के लिए जलाई जाती है. जिससे उनका आशीर्वाद मिलता रहे और प्रेम, शांति और आनंद से लबरेज होकर इंसान इनका अन्य लोगों में प्रसार कर सके.

यह भी पढ़ें : अजमेर: क्रिसमस डे की पूर्व संध्या पर विद्यालयों में आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम

मसीह समाज के धार्मिक स्थल चर्च के साथ लोग अपने घरों में भी विशेष तैयारियां कर रहे हैं. खासकर युवाओं में क्रिसमस को लेकर जबरदस्त उत्साह है. स्तुति बताती है कि घर में सजावट करने के साथ ही क्रिसमस पर घर आने वाले मेहमानों के लिए केक बनाए हैं. उन्होंने बताया कि क्रिसमस के दिन उनका जन्मदिन भी है. ऐसे में उनके लिए डबल खुशी का दिन है. उन्हें सालभर से क्रिसमस का इंतजार रहता है. ताकि क्रिसमस के साथ जन्मदिन की खुशियां अपनों के साथ मना सकें. वहीं क्रिसमस गिफ्ट के साथ जन्मदिन के गिफ्ट भी उन्हें मिलेंगे.

क्रिसमस खुशियों का त्यौहार है. मान्यता है कि धरती पर पाप का अंत करने के लिए प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. प्रभु यीशु के जन्म के दिन क्रिसमस मसीह समाज का सबसे बड़ा पर्व है. स्थानीय विपिन बैंसिल बताते हैं कि क्रिसमस पर्व पर चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं होंगी. जिनमें पूरी दुनिया के लिए अमन और शांति की दुआएं भी की जाएगी. क्रिसमस के लिए अब समय कम बचा है. इसे लेकर लोग तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं और अब अपनो के साथ क्रिसमस सेलिब्रेशन का सबको इंतजार है.

Intro:अजमेर। वर्षो से उत्तर भारत में अजमेर मसीह समाज का सबसे बड़ा सेंटर है। अजमेर में मसीह समाज की अच्छी खासी तादात है। यही वजह है कि क्रिसमस की तैयारी को लेकर विशेष उत्सह यहां देखने को मिल रहा है। रात्रि को रोशनी से नहाए प्रचीन चर्च आकर्षण का केंद्र बने हुए। वही घरों में भी मसीह समाज के लोगों ने क्रिसमस पर्व के लिए विशेष तैयारियां की है। देखिए ईटीवी भारत पर अजमेर में क्रिसमस की तैयारियों को लेकर विशेष खबर।

धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर सौहार्द की नगरी है। यहां की सम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल पूरी दुनिया जानती है। हिन्दू, मुस्लिम, जैन के अलावा यहां मसीह समाज के भी प्राचीन प्रमुख धार्मिक स्थल अजमेर में है। बल्कि उत्तर भारत का मसीह समाज के सबसे बड़ा केंद्र अजमेर में है। अजमेर शहर में 10 प्राचीन चर्च है जो अपनी स्थापत्यकला की मिसाल है। बात क्रिसमस की तो अजमेर में क्रिसमस को लेकर विशेष उत्साह बना हुआ है। प्राचीन चर्च रोशनी की मनमोहक सजावट से बरबस की राह से गुजरते लोगों को आकर्षित कर रहे है। चर्च के भीतर विशेष सजावट की गई है। वही इस दिन को और भी खास बनाने के लिए समाज के लोग जुटे हुए है। सेंट एनसलम चर्च के फादर कॉसमॉस शेखावत बताते है कि क्रिसमस पर्व से पूर्व मसीह समाज चर्च में रोशनी के लिए अलग अलग दिन कैंडल जलाते है। जिसके साथ प्रेम, शांति आनंद की दुआ की जाती है। अंतिम कैंडल क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु के लिए जलाई जाती है। जिससे उनका आशीर्वाद मिलता रहे और प्रेम, शांति और आनंद से लबरेज होकर इंसान इनका अन्य लोगों में प्रसार कर सके ....
बाइट- कॉसमॉस शेखावत फादर सैंट एंसेल्म चर्च

मसीह समाज के धार्मिक स्थल चर्च के साथ लोग अपने घरों में भी विशेष तैयारियां कर रहे है। खासकर युवाओं में क्रिसमस को लेकर जबरदस्त उत्साह है। स्तुति बताती है कि घर मे सजावट करने के साथ क्रिसमस पर आने वाले मेहमानों के लिए केक बनाये है। उन्होंने बताया कि क्रिसमस के दिन उनका जन्मदिन भी है ऐसे में उनके लिए डॉबल खुशी का दिन है। उन्हें सालभर से क्रिसमस का इंतजार रहता है ताकि क्रिसमस के साथ जन्मदिन की खुशियां अपनों के साथ मना सकें। वही क्रिसमस गिफ्ट के साथ जन्मदिन का गिफ्ट भी उन्हें मिलेंगे..
बाइट स्तुति- स्थानीय

क्रिसमस खुशियों का त्यौहार है। माना जाता है कि धरती पर पाप का अंत करने के लिए प्रभु यीशु का जन्म हुआ था। प्रभु यीशु के जन्म के दिन क्रिसमस मसीह समाज का सबसे बड़ा त्यौहार है। स्थानीय विपिन बैसिल बताते है कि क्रिसमस पर्व पर चर्चो में विशेष प्रार्थना सभाएं होंगी। जिनमें पूरी दुनिया के लिए अमन और शांति की दुआ भी की जाएगी ....
बाइट- विपिन बैसिल - स्थानीय

क्रिसमस के लिए अब समय कम है। लोग तैयारियो को अंतिम रूप दे चुके है और अब अपनो के साथ क्रिसमस सेलिब्रेशन का सबको इंतजार है।





Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


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