अजमेर. पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस की महामारी की चपेट में आ चुका है. प्रदेशभर में 21 दिन के लॉक डाउन और अजमेर में 5 पॉजिटिव मामले आने के बाद पड़ाव क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है. जिसके बाद ना तो बाजार खोले जा रहे है, ना ही आवश्यक वस्तुएं. ऐसे में आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अजमेर से लगभग 25 किलोमीटर दूर केसरपुरा गांव मे ईटीवी भारत की टीम ने दौरा किया. इस दौरान मिल संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से देश में कोरोना संक्रमण को लेकर हर ओर कोहराम मचा हुआ है. ऐसे में लोगों में डर व्यापत हो गया है.
मात्र 21 दिन के लॉक डाउन के बीच ग्रामीण क्षेत्रो में आटे की सप्लाई की जा रही है. शहरी क्षेत्र के परकोटे में माल का सप्लाई नहीं किया जा रहा है. जिसके चलते व्यापारियों की कमर अब टूट चुकी है. इस लॉक डाउन में केवल आटा फेक्ट्री ही खुला है. ऐसे में निचले तबको में खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
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आम दिनों के मुकाबले आवश्यक वस्तुओं की भी कम हुई खपत
फेक्ट्री मैनेजर ने जानकारी देते हुए बताया कि आम दिनों के मुकाबले आटे के कट्टों की कम खपत हो रही है. कम खपत के चलते भाव मे भी गिरावट आई है. जहां अब आटा 25 रुपय किलो ही बिक रहा है. वहीं लोगों में यह भी भय व्याप्त है कि आटे के कट्टों में लोगों के हाथ लग रहे हैं, तो हो सकता है इसकी वजह से भी कोरोना वायरस का संक्रमण कहीं फैल ना जाए. इस डर के चलते आमजन संस्थाओं से आटे के कट्टों को नहीं ले रहा है.