अजमेर. शहर के जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर शुक्रवार को कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट की 21वीं पुण्यतिथि (21st death anniversary of Rajesh Pilot) के मौके पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम (tribute program) आयोजित हुआ. जहां सभी कांग्रेसियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान राजेश पायलट के जीवन पर प्रकाश डालते हुए शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि राजेश पायलट गरीबों के नेता थे.
पायलट ने दूरसंचार मंत्री, सड़क परिवहन मंत्री और गृह मंत्री रहते हुए अपनी दक्षता से सभी कामों को अंजाम दिया था. उनकी बनाई नीतियां आज तक चलन में है. राजेश पायलट का मानना था कि जब तक गरीबों, मजदूरों और किसानों के बच्चे देश के नीति निर्माण में शामिल नहीं होंगे, तब तक देश की उन्नति संभव नहीं है. राजेश पायलट ने आम आदमी को राजनीति से जोड़ा और पार्टी को मजबूत किया.
पायलट के देहांत के इतने वर्षों के बाद भी लोग उन्हें अपने दिल में बसा कर रखते हैं. जैन ने कहा कि जब स्वर्गीय राजेश पायलट का देहांत हुआ था, उस समय कई घरों में चूल्हा तक नहीं जलाया गया था. ऐसा सिर्फ तब किया जाता है, जब परिवार के किसी सदस्य का देहांत होता है, इससे पता चलता है कि वह गरीबों के नेता और मसीहा थे.
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेसियों ने किया विरोध-प्रदर्शन
जयपुर के कोटपूतली में शुक्रवार को कांग्रेसियों ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों (Rising prices of petrol and diesel) को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेसियों का कहना था कि केंद्र की भाजपा सरकार व्यापारियों की सरकार है, उन्हें आम जनता से कोई सरोकार नहीं है. एक ओर जहां पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है, तो वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें उन्हें और भी परेशान कर रही है. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में कांग्रेसी विरोध-प्रदर्शन की तख्तियां और बैनर लेकर कस्बे के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन करते हुए नजर आए.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती दरों के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
सीकर के फतेहपुर में कांग्रेस (Congress) ने पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) की बढ़ती दरों के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन किया. विधायक हाकम अली के नेतृत्व में प्रदर्शन के बाद सांकेतिक धरना भी दिया गया. जहां कांग्रेस के पदाधिकारियों के हाथों में बढ़ती महंगाई के विरोध को प्रदर्शित करती हुई तख्तियां थी और वे मोदी सरकार (Modi government) के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.