अजमेर. भाजपा शहर और देहात के पदाधिकारियों ने गुरुवार को सांसद भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन के जरिए ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस नेत्री सुजाता मंडल की ओर से अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों पर की गई टिप्पणी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है.
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बीजेपी सांसद भागीरथ चौधरी का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस नेता सुजाता मंडल ने अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों को लेकर अत्यंत अपमानजनक टिप्पणी की है. चौधरी ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस नेता सुजाता मंडल ने अनुसूचित जाति के लोगों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह स्वभाव से ही भिखारी हैं. ऐसी टिप्पणी करना लोकतंत्र में अशोभनीय है. उनका यह बयान पश्चिम बंगाल के सभी अनुसूचित जाति के लोगों को इरादतन अपमानित करने वाला है.
भगीरथ चौधरी ने कहा कि संविधान में देश के सभी नागरिकों के लिए सामाजिक एवं आर्थिक न्याय, अवसरों में समानता, व्यक्ति की गरिमा और सम्मान की रक्षा की भावना अंतर्निहित है. संविधान का अनुच्छेद 46 प्रावधान करता है कि राज्य समाज के कमजोर वर्गों में शैक्षणिक और आर्थिक हितों विशेषत: अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों का विशेष ध्यान रखेगा और उन्हें सामाजिक अन्याय एवं सभी प्रकार के शोषण से संरक्षित रखेगा.
हमारा संविधान यह संरक्षण देता है कि किसी को अपमानित नहीं किया जा सके. उन्होंने कहा कि सुजाता मंडल की ओर से एससी समुदाय के लोगों को भिखारी कहा जाना आईपीसी के कई प्रावधानों का भी उल्लंघन है. इस संबंध में केंद्रीय चुनाव आयोग और अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय आयोग के समक्ष शिकायत ज्ञापन दिए गए हैं. ज्ञापन के माध्यम से बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मामले में संज्ञान लेकर तृणमूल कांग्रेस की नेता सुजाता मंडल के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है.