अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग में 28 वर्ष बाद निकली कृषि व्याख्याता भर्ती 2018 विज्ञापन जारी होने के 4 साल बाद भी पूर्ण हो नहीं पाई है. 370 पदों के लिए निकाली गई भर्ती में अभ्यर्थी अब तक अंतिम परिणाम जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 20 विषयों के लिए हुआ था. इनमें से 19 विषयों के परिणाम आ चुके हैं और सफल अभ्यर्थियों को नौकरी भी मिल चुकी है, लेकिन कृषि विज्ञान के अभ्यर्थियों को अंतिम परिणाम नहीं आया है.
आरपीएससी से कुछ दूरी पर 19 दिन से धरने पर बैठे कृषि व्याख्याता भर्ती 2018 के अभ्यर्थी एक वर्ष से जयपुर सचिवालय, बीकानेर निदेशालय और आरपीएससी (RPSC) के चक्कर लगा रहे हैं. अंतिम परिणाम जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी आयोग के बाहर कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं.
इतना ही नहीं अभ्यर्थी पिछले दिनों मुर्गा बनकर भी प्रदर्शन कर रहे थे, इसके बावजूद आरपीएससी और सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगी. कई बार अभ्यर्थियों ने मांगों को लेकर ज्ञापन भी दिया है, लेकिन कोरा आश्वासन ही दिया गया है.
पढ़ें- RPVT 2021 परीक्षा 19 सितम्बर को, आवेदन करने का एक और मौका, जानें पूरी डिटेल्स
इस पर विभिन्न जिलों से आए अभ्यर्थी अपनी मांगों के समर्थन में 19 दिन से धरना देकर बैठे हैं, लेकिन आरपीएससी (RPSC) और राज्य सरकार से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है. लिहाजा अभ्यर्थियों ने सरकार और आरपीएससी का ध्यान आकर्षित करने के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी है. भूख हड़ताल पर उनका कहना है 5 अभ्यर्थी क्रमवार प्रतिदिन भूख हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन अभी तक आरपीएससी के किसी भी अफसर ने उनकी सुध नहीं ली है.
पढ़ें-पांच बार परीक्षा स्थगित होने के बाद रद्द हुई फार्मासिस्ट भर्ती, 25 हजार युवाओं की टूटी आस
उन्होंने बताया कि कई बार आरपीएससी के अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया लेकिन हर बार 1 सप्ताह में परिणाम जारी होने का आश्वासन दिया गया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि मानसिक और आर्थिक रूप से वह बहुत ही हताश और निराश हो चुके हैं. उन्होंने राज्य सरकार और आरपीएससी से जल्द ही अंतिम परिणाम जारी करने की मांग की है.