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लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर लगाए गए 600 पेड़, अजमेर को मिलेगी 5.46 करोड़ की सौगात

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Published : Mar 18, 2021, 7:49 PM IST

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के तहत अजमेर को 5.46 करोड़ की सौगात मिलने जा रही है. मार्च माह के अंत तक पुष्कर रोड स्थित ओल्ड विश्राम स्थली के सौन्दर्यीकरण का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया जाएगा. यहां पर 600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए गए हैं. 400 से 500 वर्ग मीटर एरिया में घास एवं वेल आदि लगाई जा रही है. 5.46 करोड़ लागत की शहर को मिलेगी सौगात

Ajmer Smart City Projects, Ajmer News
अजमेर को मिलेगी 5.46 करोड़ की सौगात

अजमेर. ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में पर्यटन स्थली बनने जा रही लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली मील का पत्थर साबित होगी. पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया गया है.

यहां पर पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए जाएंगे. इसमें से अब तक 600 पेड़ लगा दिए गए हैं, शेष पेड लगाने का कार्य प्रगतिरत है. इसी प्रकार 1500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में घास एवं बेल लगाई जाएगी, जिसमें से 400 से 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में घास एवं वेल लगाई गई है. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर की जा रही हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.

चारों ओर हरियाली ही हरियाली

आनासागर झील अजमेर शहर का सौन्दर्य का केंद्र है. स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत आनासागर झील के चारों ओर चहुमुखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. जिसमें से एक आनासागर के किनारे पर लेक फ्रन्ट डेवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण कार्य प्रगतिरत हैं. लेकफ्रंट के चारों ओर हरियाली ही हरियाली होगी. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है.

पढ़ें- राजस्थान के विकास के लिए टैक्स फ्री नहीं, टैक्स वाला बजट लाओः कैलाश मेघवाल

झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास हुआ है. वर्तमान में आनासागर बर्ड पार्क का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष बगीचे को हरा-भरा करने का कार्य मार्च 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा. लेकफ्रंट पर दो मुख्यद्वार बनाए जा रहे हैं. इनमें से एक बनकर तैयार हो गया है जबकी दूसरा द्वार लगभग बनकर तैयार हो गया है. वहीं दूसरी ओर अजमेर विकास प्राधीकरण को उक्त उद्यान में बनी 6 गुमटियां आवंटन हेतु एवं मचान के चारों ओर विज्ञापन लगाने हेतु अजमेर स्मार्ट सिटी द्वारा सूचित किया जा चुका है. एडीए की आवंटन कार्यवाही जारी है.

वॉक वे बनकर तैयार

आनासागर लेक फ्रंट डेवलपमेंट के तहत वॉक-वे लगभग बनकर तैयार हो गया है. चारों ओर हरियाली की जा रही है. इसी क्रम में यहां पर एक किलोमीटर क्षेत्र में 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए जा रहे हैं. सेल्फी पांइट बनकर तैयार हो गया है. म्यूजिकल फाउंटेन का स्ट्रेक्चर की वाटर प्रूफिंग की जांच की जा रही है.

चारों ओर हरियाली, झील में नजर आएंगे पक्षी

लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर आने वाले लोगों के लिए नजारा देखते ही बनेगा. यहां पर चारों ओर हरियाली होगी और झील में पक्षी नजर आएंगे. पक्षियों के चह-चहाट के साथ यहां पर घूमने आने वाले लोग अपने आपको प्रकृति के काफी करीब पाएंगे. जोगिंग ट्रेक, और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क, बॉटनिकल गार्डन और बर्ड हेबिटेशन जोन बनाया गया है. लेकफ्रंट पर बॉटनिकल गार्डन, वॉक-वे, म्यूजिकल फाउंटेन, फूड कोर्ट और गजीबो बनाए गए हैं. यहां पर आने वाले लोगों एवं पर्यटकों के बैठने की भी व्यवस्था है.

अजमेर. ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में पर्यटन स्थली बनने जा रही लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली मील का पत्थर साबित होगी. पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया गया है.

यहां पर पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए जाएंगे. इसमें से अब तक 600 पेड़ लगा दिए गए हैं, शेष पेड लगाने का कार्य प्रगतिरत है. इसी प्रकार 1500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में घास एवं बेल लगाई जाएगी, जिसमें से 400 से 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में घास एवं वेल लगाई गई है. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर की जा रही हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.

चारों ओर हरियाली ही हरियाली

आनासागर झील अजमेर शहर का सौन्दर्य का केंद्र है. स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत आनासागर झील के चारों ओर चहुमुखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. जिसमें से एक आनासागर के किनारे पर लेक फ्रन्ट डेवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण कार्य प्रगतिरत हैं. लेकफ्रंट के चारों ओर हरियाली ही हरियाली होगी. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है.

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झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास हुआ है. वर्तमान में आनासागर बर्ड पार्क का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष बगीचे को हरा-भरा करने का कार्य मार्च 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा. लेकफ्रंट पर दो मुख्यद्वार बनाए जा रहे हैं. इनमें से एक बनकर तैयार हो गया है जबकी दूसरा द्वार लगभग बनकर तैयार हो गया है. वहीं दूसरी ओर अजमेर विकास प्राधीकरण को उक्त उद्यान में बनी 6 गुमटियां आवंटन हेतु एवं मचान के चारों ओर विज्ञापन लगाने हेतु अजमेर स्मार्ट सिटी द्वारा सूचित किया जा चुका है. एडीए की आवंटन कार्यवाही जारी है.

वॉक वे बनकर तैयार

आनासागर लेक फ्रंट डेवलपमेंट के तहत वॉक-वे लगभग बनकर तैयार हो गया है. चारों ओर हरियाली की जा रही है. इसी क्रम में यहां पर एक किलोमीटर क्षेत्र में 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए जा रहे हैं. सेल्फी पांइट बनकर तैयार हो गया है. म्यूजिकल फाउंटेन का स्ट्रेक्चर की वाटर प्रूफिंग की जांच की जा रही है.

चारों ओर हरियाली, झील में नजर आएंगे पक्षी

लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर आने वाले लोगों के लिए नजारा देखते ही बनेगा. यहां पर चारों ओर हरियाली होगी और झील में पक्षी नजर आएंगे. पक्षियों के चह-चहाट के साथ यहां पर घूमने आने वाले लोग अपने आपको प्रकृति के काफी करीब पाएंगे. जोगिंग ट्रेक, और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क, बॉटनिकल गार्डन और बर्ड हेबिटेशन जोन बनाया गया है. लेकफ्रंट पर बॉटनिकल गार्डन, वॉक-वे, म्यूजिकल फाउंटेन, फूड कोर्ट और गजीबो बनाए गए हैं. यहां पर आने वाले लोगों एवं पर्यटकों के बैठने की भी व्यवस्था है.

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