अजमेर. नया बाजार स्थित मराठा कालीन अर्थ चंद्रेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में कुंवारे युवक युवतियों की सगाई की मनोकामना पूर्ण होती है. सदियों से यहां बिराजे हनुमान जी सगाई वाले बालाजी के नाम से विख्यात हैं. सगाई वाले बालाजी की महिमा सुनकर लोग दूर-दूर से बालाजी से मन्नतें मांगने आते हैं.
सगाई वाले बालाजी की महिमा जानकर गौतम चौरसिया परिवार के साथ पहली बार बालाजी के मंदिर आए हैं. यहां उन्होंने बालाजी से अपने बेटे पुलकित चौरसिया की सगाई की मन्नत मांगी है. पुलकित को भी विश्वास है कि बालाजी का उसे आशीर्वाद मिलेगा और वह शादी के बाद अपनी पत्नी के साथ बालाजी के दर्शनों के लिए आएगा.
मंदिर में शनिवार को दर्शन के लिए आई सोनिया शर्मा ने बताया कि उसे ऑफिस में किसी ने सगाई वाले बालाजी की महिमा के बारे में बताया था. तब से वह बालाजी के दर्शनों के लिए हर शनिवार आ रही है. उन्होंने बताया कि 3 माह में ही उसे बाला जी से आशीर्वाद मिल गया और उसकी सगाई पक्की हो गई. इसके बाद सोनिया का विश्वास सगाई वाले बालाजी में इतना बढ़ गया है कि वह हर शनिवार बालाजी के मंदिर आना नहीं भूलती.
बताया जाता है कि सगाई वाले बालाजी के मंदिर में शनिवार को दर्शन के साथ गुड़ चने का बालाजी को भोग और पान का बीड़ा उन्हें अर्पित करने के बाद परिक्रमा ली जाती है. सात शनिवार को दोपहर 12 बजे ऐसा करने पर जल्द ही कुंवारे युवक-युवतियों को शुभ समाचार मिलते हैं और जल्द ही उनकी सगाई हो जाती है.