ETV Bharat / city

नागरिकता संशोधन कानून मुसलमानों के खिलाफ नहीं, इससे न डरेंः अजमेर दरगाह प्रमुख

अजमेर दरगाह शरीफ के दरगाह प्रमुख जैनुवल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन कानून पर कहा है कि यह कानून देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. दरगाह प्रमुख ने ये भी कहा कि सरकार को कमेटी गठन कर लोगों के डर को पहले दूर करना चाहिए.

author img

By

Published : Dec 19, 2019, 6:55 PM IST

Ajmer news, नागरिकता संशोधन एक्ट, Modi government, जैनुवल आबेदीन
अजमेर दरगाह प्रमुख का CAA पर बयान

अजमेर. अजमेर दरगाह प्रमुख जैनुअल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन एक्ट पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी तरह से देश के मुसलमानों के विरुद्ध नहीं है. इस कानून से भारत में रहने वाले किसी भी मुसलमान को डरने की जरूरत नहीं है.

अजमेर दरगाह प्रमुख का CAA पर बयान

दरगाह प्रमुख जैनुअल आबेदीन ने कहा कि इस कानून से मुस्लमानों की नागरिकता को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. इसके साथ ही दरगाह प्रमुख ने यह भी साफ कर दिया कि देश में इस कानून को लेकर मुस्लिमों में फैलाए जा रहे डर और भ्रम को दूर करने की आवश्यकता है. जिसके लिए उन्होंने देश के मुसलमानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए भारत सरकार से एक हाई पावर कमेटी की गठन करने की भी मांग की है.

दरगाह प्रमुख के मुताबिक यह कमेटी प्रदेश में भ्रमण कर लोगों को मिलकर उनकी बात सुने. इस बिल के बारे में कमेटी उनके डर और उनकी शिकायत को सुनकर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट सरकार को दें. सरकार इस रिपोर्ट को संसद में रखे.

यह भी पढ़ें. अजमेर: CAA के विरोध में मुख्तार अब्बास नकवी को मुस्लिम समाज दिखाएगा काले झंडे

लोगों के डर और शिकायत को दूर करके ही कानून को लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि दया, मदद और रहम धर्म के आधार पर दिया जाए तो दुनिया विनाश की ओर जाएगी. साथ ही दरगाह प्रमुख आबेदीन ने जामिया मिलिया मामले में सरकार से अपील की है कि किसी भी शिक्षण संस्थान में कोई पुलिस बल इस्तेमाल न किया जाए. वे छात्र हैं, उनके साथ अपराधियों और आतंकवादियों के जैसा व्यवहार न किया जाए. उन्होंने छात्रों से भी अपील की जो भी बात है, कानून के दायरे में रहकर की जाए.

यह भी पढ़ें. ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स से पहले दुरुस्त हों मूलभूत सुविधाएं: सैयद इमरान चिश्ती

इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से भी कहा कि सरकार को कानून बनाने का पूरा-पूरा अधिकार है. देश की प्रजा को उसका सम्मान भी करना चाहिए लेकिन सरकार की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि जन भावनाओं का सम्मान करें. ऐसा कोई कानून ना लाया जाए, जिससे जन भावनाएं आहत हो देश की एकता और सामाजिक भाईचारा कायम रहे.

अजमेर. अजमेर दरगाह प्रमुख जैनुअल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन एक्ट पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी तरह से देश के मुसलमानों के विरुद्ध नहीं है. इस कानून से भारत में रहने वाले किसी भी मुसलमान को डरने की जरूरत नहीं है.

अजमेर दरगाह प्रमुख का CAA पर बयान

दरगाह प्रमुख जैनुअल आबेदीन ने कहा कि इस कानून से मुस्लमानों की नागरिकता को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. इसके साथ ही दरगाह प्रमुख ने यह भी साफ कर दिया कि देश में इस कानून को लेकर मुस्लिमों में फैलाए जा रहे डर और भ्रम को दूर करने की आवश्यकता है. जिसके लिए उन्होंने देश के मुसलमानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए भारत सरकार से एक हाई पावर कमेटी की गठन करने की भी मांग की है.

दरगाह प्रमुख के मुताबिक यह कमेटी प्रदेश में भ्रमण कर लोगों को मिलकर उनकी बात सुने. इस बिल के बारे में कमेटी उनके डर और उनकी शिकायत को सुनकर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट सरकार को दें. सरकार इस रिपोर्ट को संसद में रखे.

यह भी पढ़ें. अजमेर: CAA के विरोध में मुख्तार अब्बास नकवी को मुस्लिम समाज दिखाएगा काले झंडे

लोगों के डर और शिकायत को दूर करके ही कानून को लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि दया, मदद और रहम धर्म के आधार पर दिया जाए तो दुनिया विनाश की ओर जाएगी. साथ ही दरगाह प्रमुख आबेदीन ने जामिया मिलिया मामले में सरकार से अपील की है कि किसी भी शिक्षण संस्थान में कोई पुलिस बल इस्तेमाल न किया जाए. वे छात्र हैं, उनके साथ अपराधियों और आतंकवादियों के जैसा व्यवहार न किया जाए. उन्होंने छात्रों से भी अपील की जो भी बात है, कानून के दायरे में रहकर की जाए.

यह भी पढ़ें. ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स से पहले दुरुस्त हों मूलभूत सुविधाएं: सैयद इमरान चिश्ती

इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से भी कहा कि सरकार को कानून बनाने का पूरा-पूरा अधिकार है. देश की प्रजा को उसका सम्मान भी करना चाहिए लेकिन सरकार की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि जन भावनाओं का सम्मान करें. ऐसा कोई कानून ना लाया जाए, जिससे जन भावनाएं आहत हो देश की एकता और सामाजिक भाईचारा कायम रहे.

Intro:अजमेर/ अजमेर से दरगाह प्रमुख जैनुअल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन एक्ट पर बड़ा बयान दिया है जहां उन्होंने कहा कि यह कानून देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है उन्होंने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार ने जो नागरिकता संशोधन बिल पास कर जो कानून का रूप दिया है वह किसी भी तरह से देश के मुसलमानों के विरुद्ध नहीं है और इस कानून से भारत में रहने वाले किसी भी मुसलमान को डरने की जरूरत नहीं


उन्होंने कहा कि ना ही उनकी नागरिकता को किसी भी प्रकार का कोई खतरा है इसके साथ ही दरगाह प्रमुख ने यह भी साफ कर दिया कि देश में इस बिल को लेकर उपजे विवाद को आदेश के मुस्लिम में फैलाए जा रहे डर और भ्रम को दूर करने की आवश्यकता है जिसके लिए उन्होंने देश के मुसलमानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए भारत सरकार से एक हाई पावर कमेटी की गठन करने की भी मांग की है



दरगाह प्रमुख के मुताबिक यह कमेटी प्रदेश में भ्रमण कर लोगों को मिलकर उनकी बात सुनी और इस बिल के बारे में उनके डर उनकी शिकायत को सुनकर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट सरकार को दें और सरकार उस रिपोर्ट को संसद में रखे


इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से भी कहा कि सरकार को कानून बनाने का पूरा - पूरा अधिकार है और देश की प्रजा को उसका सम्मान भी करना चाहिए लेकिन सरकार की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि जन भावनाओं का सम्मान करें ऐसा कोई कानून ना लाया जाए जिससे जन भावनाएं आहत हो देश की एकता और सामाजिक भाईचारा कायम रहे



बाईट-जैनुवल आबेदीन दरगाह प्रमुख अजमेर दरगाह शरीफ


Body:अजमेर


Conclusion:अजमेर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.