अजमेर. राजकीय जनाना अस्पताल में राशि गबन का मुख्य आरोपी अस्पताल का ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रविंद्र सिंह रावत पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. आरोपी रविंद्र सिंह रावत पर अस्पताल से 30 चेक चोरी कर उनसे 12 बैंकों में फर्जी हस्ताक्षर कर अपने एवं अपने सहयोगियों के खाते में राजकोष का 27 लाख 60 हजार रुपए गबन करने का आरोप है. अस्पताल उप अधीक्षक डॉ. नंदलाल की शिकायत पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज करवाया था.
क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी डॉ रवीश सामरिया ने बताया कि 30 मार्च 2021 को राजकीय जनाना अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. नंदलाल ने थाने में एक अपराधिक प्रकरण जनाना अस्पताल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रविंद्र सिंह रावत और उसके सहयोगी वंदना शर्मा एवं सीमा देवी के खिलाफ दर्ज करवाया था. डॉ नंदलाल का आरोप था कि जनाना अस्पताल से आरोपी रविंद्र सिंह रावत ने 30 चेक चोरी कर लिए थे, जिन्हें 12 बैंकों में फर्जी हस्ताक्षर के साथ लगाकर पैसे भुनाये और खुद के, वंदना और सीमा के खातों में जमा करवा लिये थे.
इस प्रकरण में वंदना शर्मा और सीमा देवी को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि प्रकरण में फरार चल रहे मुख्य आरोपी जनाना अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आदर्श नगर परबतपुरा बायपास निवासी रविंद्र सिंह रावत पांच महीने से फरार चल रहा था. सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. धोखाधड़ी चोरी और राजकोष के गबन के आरोप में गिरफ्तार रविंद्र सिंह रावत से पूछताछ की जा रही है.
उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में आरोपी वंदना शर्मा को 19 जून 2021 को और सीमा रावत को 20 जून 2021 को गिरफ्तार किया जा चुका है. थाना प्रभारी डॉ रवीश कुमार ने बताया लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एसपी सिटी के निर्देशन में टीम गठित की गई थी. आरोपी रविंद्र सिंह के घर आदर्श नगर स्थित ब्यावर रोड पर दबिश दी गई. जहां से उसे गिरफ्तार किया गया. आरोपी से गबन की राशि बरामद करना अभी शेष है.