अजमेर. लोहाखान स्थित जलदाय विभाग के एईएन व जेएएन द्वारा रिश्वत लिए जाने के मामले को लेकर एसीबी ने दूसरे दिन कार्रवाई को आगे बढ़ाया. एसीबी द्वारा जेईएन अरुण कुमार द्वारा फेंके गए रुपए, सहायक अभियंता कमलेश मीणा के चेंबर नंबर 8 से बरामद कर लिए हैं. एसीबी इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है.
मामले की जानकारी देते हुए एसीबी के उपाधीक्षक महिपाल सिंह ने बताया कि गत 30 अक्टूबर को हेडपंप ठेकेदार परिवादी सत्यनारायण की रिपोर्ट पर जलदाय विभाग ने दबिश दी गई थी. इस दौरान सहायक अभियंता कमलेश मीणा को 10 हजार की राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था.
लेकिन इस दौरान तरुण कुमार ने रिश्वत की राशि दफ्तर में ही छुपा दी थी. जिसे रात भर तलाश करने के बावजूद भी वह नहीं मिली, देर रात एसीबी ने कमलेश मीणा के चेंबर सहित अलग-अलग कमरों को सीज कर दिया और उसके बाद वहीं सुरक्षा गार्ड को भी लगा दिया गया 1 नवंबर को फिर से मामले की जांच की गई.
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जिसके बाद 5 हजार की राशि को लेकर उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल करते हो कमलेश मीणा के चेंबर में 5 हजार की राशि होना बताया. एसीबी ने इस मामले में दो-दो हजार के दो नोट, 500 के दो नोट जब्त कर लिए है. ACB इस मामले में तरूण से पूछताछ में जुटी है जहां और भी रिश्वत से जुड़े पहलुओं पर एसीबी द्वारा मामले में जांच की जा रही है. इस मामले में और कौन-कौन लोग शामिल थे इस तथ्य पर भी ACB जांच चल रही है.