अजमेर. ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में बनने वाली लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर्यटन स्थली बनने जा रही है. यहां पर पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लगाए जाएंगे. इसी प्रकार 1500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में घास और बेल लगाई जाएगी. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी. आनासागर झील अजमेर शहर का सौन्दर्य का केंद्र है.
स्मार्ट सिटी परियोजना आनासागर झील के चारों और चहुमुखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. जिसमें से एक आनासागर के किनारे पर लेक फ्रन्ट डवलपमेन्ट और बर्ड पार्क का निर्माण कार्य प्रगति पर है. जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित के निर्देशन में पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है.
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झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास हुआ है. वर्तमान में आनासागर बर्ड पार्क का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. शेष बगीचे को हरा-भरा करने का कार्य मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा. लेकफ्रंट पर दो मुख्यद्वार बनाए जा रहे हैं. इनमें से एक बनकर तैयार हो गया है। समस्त सिविल कार्य मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगा और मध्य रात्रि तक उक्त चौपाटी पर आवा जाही में वृद्धि हुई है.
1600 पड़ों से होगी हरियाली
आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट के तहत वॉक वे का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यहां पर एक किलोमीटर क्षेत्र में 1600 पेड़ विभिन्न किस्मों के लिए जाएंगे। सुबह-शाम यहां पर चहल-पहल नजर आएगी। चारों ओर हरियाली के बीच यहां घूमने आने वाले लोग एवं पर्यटक अपने आपको प्रकृति के करीब पाएंगे। आने वाले समय में लेक फ्रंट पर्यटन स्थल बनने जा रहा है.
लेकफ्रंट की यह हैं प्रमुखताएं
आनासागर के किनारे स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर वर्ड पार्क विकसित किया जा रहा है। पक्षियों के चह-चहाट के साथ यहां पर घूमने आने वाले लोग अपने आपको प्रकृति के काफी करीब पाएंगे. चारों ओर हरियाली होगी, जोगिंग ट्रेक, और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क, बॉटनिकल गार्डन और बर्ड हेबिटेशन जोन बनाया जा रहा है.