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जयपुर: बास्योड़ा पर मां शीतला के भोग लगा महिलाओं ने की सुख समृद्धि की कामना

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Published : Apr 2, 2021, 10:55 PM IST

चैत्र कृष्ण अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला लोकपर्व बास्योड़ा इस बार चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी युक्त षष्ठमी तिथि शुक्रवार को मनाया गया. कोरोना संक्रमण के चलते शीतला माता मंदिर में लक्खी मेला इस बार नहीं हुआ.

Women wished, mother Sheetla
बास्योड़ा पर मां शीतला के भोग लगा महिलाओं ने की सुख समृद्धि की कामना

जयपुर. चैत्र कृष्ण अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला लोकपर्व बास्योड़ा इस बार चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी युक्त षष्ठमी तिथि शुक्रवार को मनाया गया. अष्टमी तिथि रविवार को है, परंतु मां शीतला की पूजा अर्चना शीतल वार की जाती है. यह पूजा गुरुवार को न करके शुक्रवार को की गई और मंदिरों में शीतला माता का पूजन किया गया.

हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते शीतला माता मंदिर में लक्खी मेला इस बार कोरोना नहीं भरा गया, जहां सिर्फ मां का विशेष श्रृंगार कर पकवानों का भोग लगाया गया. सीमित संख्या में भक्तों ने दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की. शीतला माता सेवा समिति की ओर से महेश नगर 80 फीट रोड मंदिर सहित अन्य मंदिरों में कार्यक्रम हुए.

वहीं महिलाओं ने ठंडे पानी से नहाकर पूजा के लिए मिट्टी के नौ कंडवारों में रांधा पुआ के दिन बनाए गए पुआ-पकौड़ी, दही, राबड़ी, रोटी, बाजरा, चावल, मूंगथाल सहित विभिन्न पकवान रखे. दूसरी थाली में आटे से बना दीपक के अलावा पूजा सामग्री रखी. मिट्टी के करवे में ठंडा पानी भरकर महिलाएं गीत गाती हुई शीतला माता मंदिर पहुंची. यहां शीतला माता की पूजा की.

यह भी पढ़ें- काफिले पर हमला: राकेश टिकैत ने कहा- भाजपा विधायक ने करवाया हमला, गनमैन से की मारपीट

इसके बाद महिलाओं ने जहां होलिका दहन हुआ वहां जल और पूजन सामग्री से पूजन किया. मां से संतान की दीर्घायु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की. इस दौरान घरों में चूल्हे नहीं जले और सिर्फ रांधा पुआ पर बनाए भोजन ही किया. वही शाम को दूल्हा दुल्हन के स्वांग भी रचाए गए.

जयपुर. चैत्र कृष्ण अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला लोकपर्व बास्योड़ा इस बार चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी युक्त षष्ठमी तिथि शुक्रवार को मनाया गया. अष्टमी तिथि रविवार को है, परंतु मां शीतला की पूजा अर्चना शीतल वार की जाती है. यह पूजा गुरुवार को न करके शुक्रवार को की गई और मंदिरों में शीतला माता का पूजन किया गया.

हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते शीतला माता मंदिर में लक्खी मेला इस बार कोरोना नहीं भरा गया, जहां सिर्फ मां का विशेष श्रृंगार कर पकवानों का भोग लगाया गया. सीमित संख्या में भक्तों ने दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की. शीतला माता सेवा समिति की ओर से महेश नगर 80 फीट रोड मंदिर सहित अन्य मंदिरों में कार्यक्रम हुए.

वहीं महिलाओं ने ठंडे पानी से नहाकर पूजा के लिए मिट्टी के नौ कंडवारों में रांधा पुआ के दिन बनाए गए पुआ-पकौड़ी, दही, राबड़ी, रोटी, बाजरा, चावल, मूंगथाल सहित विभिन्न पकवान रखे. दूसरी थाली में आटे से बना दीपक के अलावा पूजा सामग्री रखी. मिट्टी के करवे में ठंडा पानी भरकर महिलाएं गीत गाती हुई शीतला माता मंदिर पहुंची. यहां शीतला माता की पूजा की.

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इसके बाद महिलाओं ने जहां होलिका दहन हुआ वहां जल और पूजन सामग्री से पूजन किया. मां से संतान की दीर्घायु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की. इस दौरान घरों में चूल्हे नहीं जले और सिर्फ रांधा पुआ पर बनाए भोजन ही किया. वही शाम को दूल्हा दुल्हन के स्वांग भी रचाए गए.

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