खण्डेला (सीकर). कस्बे के निकट स्थित गांव कंवरपुरा में गढ़वाल परिवार ने अपनी पुत्री अन्नू गढ़वाल की घोड़ी पर बैठाकर डीजे के साथ बिंदौरी निकालकर 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का सन्देश दिया. अन्नू गढ़वाल के दादा मास्टर बनवारीलाल गढ़वाल ने बताया कि आज बेटा और बेटी में बिना भेदभाव और बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का संदेश देने के लिए पोती अन्नू की बिंदौरी निकाली है.
उन्होंने बताया कि उनके एक पुत्र और तीन पुत्रियां हैं, आज तीनों पुत्रियां नौकरी कर रहीं है. इस प्रकार नौकरी के क्षेत्रों में भी बेटियां बेटों से आगे निकल रही है. बेटियों और बेटों को एक समान रखना चाहिए, मेरे लिए दोनों समान है. मैंने बेटे और बेटियों की एकसमान परवरिश और देखभाल की है.
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साथ ही ये भी कहा कि मैं समाज से यह अपील करना चाहता हूं कि बेटों और बेटियों में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए. दोनों को एक समान मानकर उनकी देखभाल करते हुए उन्हें शिक्षा दिलानी चाहिए. बेटियां आज समाज में बहुत आगे बढ़ रही है. समाज और देश का नाम रोशन करने में बेटियां बहुत आगे बढ़ रही है. बिंदौरी में परिवार सहित अन्य लोग शामिल थे.