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श्रीगंगानगर : सूरतगढ़ में तीसरे दिन भी हुई बारिश, किसानों के चेहरे खिले

सूरतगढ़ में तीसरे दिन भी बारिश जारी रही. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं, बारिश से खरीफ फसल को फायदा हुआ है, जिससे किसान खुश नजर आ रहे हैं.

rain in Suratgarh, weather
सूरतगढ़ में तीसरे दिन भी हुई बारिश
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Published : Jun 3, 2021, 10:33 AM IST

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). क्षेत्र में बुधवार को तीसरे दिन भी बारिश (rain) हुई. दिनभर बादल छाए रहने और हवाएं चलने से मौसम ठंडा रहा. वहीं, बारिश होने से किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आई. मंगलवार रात से आसमान में बादलों की गर्जना शुरू हो गई थी. रात को 10 मिनट तक हल्की बारिश हुई. दिन में रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम-रिमझिम बारिश होती रही. दोपहर सवा 4 बजे तेज बूंदों के साथ ओले (hail) गिरने के बाद बारिश थम गई.

यह भी पढ़ें- बीच रास्ते में शान से बैठा था बाघ, पीछे से आ गया हाथी, देखें फिर क्या हुआ

5 बजे फिर 10 मिनट के लिए हल्की बारिश हुई. बारिश रुकने के बाद तेज हवाएं चलते रही. इससे मौसम सुहावना हो गया. सड़कों के किनारे बारिश का पानी जमा हो गया. सहायक कृषि अधिकारी मुकंदराम भट्‌टी ने बताया कि 31 मई की रात आए तूफान (storm) से नरमें की फसल में 20 प्रतिशित का नुकसान हुआ है. नरमें के पत्तें हवा के तेज झौंकों के साथ टूट गए. इससे पौधे की ग्रोथ रुक गई. गर्मी में मुरझा रही खरीफ की फसल को फायदा हुआ है. कृषि अधिकारी ने बताया कि 5 से मूंगफली और 15 जून से ग्वार की बिजाई शुरू होगी. बारिश होने से जमीन में नमी रहने से बिजाई में फायदा होगा.

राजियासर. उप तहसील के गांवों में कहीं तेज तो कही हल्की बारिश हुई. इससे खरीफ की फसलों को फायदा हुआ है. वहीं ग्रामीणों को गर्मी से राहत मिली है. दिन में बादलवाही के रहते दोपहर 1 बजे शुरू हुई बारिश आधा घंटे तक चली. गांव मोकलसर, प्रेमनगर, मालेर, श्योनाथपुरा और कुंभगढिया में 7 से 8 औरगांवसिंगरासर, बछरारा, देईदासपुरा, डीडवाना, राजियासर और हिंदौर में 2 से 3 अंगुल तक बारिश हुई है. किसानों का कहना है कि बारिश नरमा-कपास के लिए फायदेमंद है, तो ग्वार, मूंग और मूंगफली की बिजाई के लिए उपयोगी रहेगी.

बीरमाना. ग्रामीण क्षेत्र में दोपहर बाद बारिश हुई. इससे तेज गर्मी से ग्रामीणों को राहत मिली है. साथ ही वन्यजीवों (wildlife) को भी सुकून मिला है और पशुओं के लिए चारा होने की उम्मीद बंधी है. किसानों ने खेतों की ओर रुख कर बुवाई के लिए खेतों में कार्य शुरू कर दिया है. गर्मी के चलते विरान नजर आने वाले खेतों में बारिश होने पर किसानों की चहल-पहल शुरू हो गई है. किसान खेतों में कटीली झाड़ियां को साफ कर ग्वार, बाजरा, मूंग, तिल और हराचारा की बिजाई करने की तैयारी करने में जुट गए हैं. किसानों के मुताबिक बारिश नरमा-कपास की फसल के लिए फायदेमंद है.

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). क्षेत्र में बुधवार को तीसरे दिन भी बारिश (rain) हुई. दिनभर बादल छाए रहने और हवाएं चलने से मौसम ठंडा रहा. वहीं, बारिश होने से किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आई. मंगलवार रात से आसमान में बादलों की गर्जना शुरू हो गई थी. रात को 10 मिनट तक हल्की बारिश हुई. दिन में रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम-रिमझिम बारिश होती रही. दोपहर सवा 4 बजे तेज बूंदों के साथ ओले (hail) गिरने के बाद बारिश थम गई.

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5 बजे फिर 10 मिनट के लिए हल्की बारिश हुई. बारिश रुकने के बाद तेज हवाएं चलते रही. इससे मौसम सुहावना हो गया. सड़कों के किनारे बारिश का पानी जमा हो गया. सहायक कृषि अधिकारी मुकंदराम भट्‌टी ने बताया कि 31 मई की रात आए तूफान (storm) से नरमें की फसल में 20 प्रतिशित का नुकसान हुआ है. नरमें के पत्तें हवा के तेज झौंकों के साथ टूट गए. इससे पौधे की ग्रोथ रुक गई. गर्मी में मुरझा रही खरीफ की फसल को फायदा हुआ है. कृषि अधिकारी ने बताया कि 5 से मूंगफली और 15 जून से ग्वार की बिजाई शुरू होगी. बारिश होने से जमीन में नमी रहने से बिजाई में फायदा होगा.

राजियासर. उप तहसील के गांवों में कहीं तेज तो कही हल्की बारिश हुई. इससे खरीफ की फसलों को फायदा हुआ है. वहीं ग्रामीणों को गर्मी से राहत मिली है. दिन में बादलवाही के रहते दोपहर 1 बजे शुरू हुई बारिश आधा घंटे तक चली. गांव मोकलसर, प्रेमनगर, मालेर, श्योनाथपुरा और कुंभगढिया में 7 से 8 औरगांवसिंगरासर, बछरारा, देईदासपुरा, डीडवाना, राजियासर और हिंदौर में 2 से 3 अंगुल तक बारिश हुई है. किसानों का कहना है कि बारिश नरमा-कपास के लिए फायदेमंद है, तो ग्वार, मूंग और मूंगफली की बिजाई के लिए उपयोगी रहेगी.

बीरमाना. ग्रामीण क्षेत्र में दोपहर बाद बारिश हुई. इससे तेज गर्मी से ग्रामीणों को राहत मिली है. साथ ही वन्यजीवों (wildlife) को भी सुकून मिला है और पशुओं के लिए चारा होने की उम्मीद बंधी है. किसानों ने खेतों की ओर रुख कर बुवाई के लिए खेतों में कार्य शुरू कर दिया है. गर्मी के चलते विरान नजर आने वाले खेतों में बारिश होने पर किसानों की चहल-पहल शुरू हो गई है. किसान खेतों में कटीली झाड़ियां को साफ कर ग्वार, बाजरा, मूंग, तिल और हराचारा की बिजाई करने की तैयारी करने में जुट गए हैं. किसानों के मुताबिक बारिश नरमा-कपास की फसल के लिए फायदेमंद है.

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