ETV Bharat / bharat

Digvijay Singh Resignation: क्या दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, इस पत्र ने बढ़ाया सियासी पारा, पढ़िए क्या है सच्चाई - MP Assembly Election 2023

मध्य प्रदेश की राजनीति में रविवार का पहला दिन खास रहा. पहले तो कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की सियासत में यह खबर फैलने लगी की राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है.

Digvijay Singh
दिग्विजय सिंह
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 15, 2023, 9:18 PM IST

Updated : Oct 15, 2023, 9:31 PM IST

भोपाल। नवरात्रि के पहले ही दिन कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर सियासत का पारा बढ़ा दिया है. वहीं दूसरी तरफ खबर आ रही है कि पार्टी में टिकट बंटवारे से नाराज कई नेता बगावती तेवर अपना रहे हैं. इसी सियासी हलचल के बीच रविवार को अचानक खबर आई कि कांग्रेस से राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि बाद में पता चला कि यह महज अफवाह है. इसे लेकर कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में शिकायत भी दर्ज कराई है और दिग्विजय सिंह ने भी अपना रियक्शन दिया है.

  • भाजपा @BJP4India झूठ बोलने में माहिर है। मैंने १९७१ में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी साँस तक कांग्रेस में रहूँगा।
    इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूँ। ⁦@INCIndia⁩ ⁦@DGP_MPpic.twitter.com/X1AjVQBXvb

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) October 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्र में लिखा दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा: दरअसल, रविवार को सोशल मीडिया पर एक पत्र सुर्खियों में बना रहा. जिसने भी यह पत्र पढ़ा वह भौचक्का रह गया. पत्र में दिग्विजय सिंह का नाम लिखा था. साथ ही लिखा था कि अपने पांच दशक के राजनीतिक सफर में मुझे कई अनुभव कांग्रेस में रहते हुए मिले हैं. कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश का मुख्यमंत्री रहने तक का मुझे मौका मिला. इसके बाद कांग्रेस ने मुझे राष्ट्रीय महासचिव से लेकर राज्यसभा सांसद तक बनाया, जिसके लिए मैं आभारी हूं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से शीर्ष नेतृत्व का निष्ठावान कार्यकर्ताओं के प्रति निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता देखकर मैं आहत हूं. इसके साथ ही लिखा कि मेरे दिए नामों पर केंद्रीय नेतृत्व ने विचार नहीं किया. निष्ठावान कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया. जिसके चलते मैं भारी मन से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.

दिग्विजय सिंह ने पत्र पर दी प्रतिक्रिया: यह पत्र वायरल होते ही लोगों चकित हो गए, सभी सोच में पड़ गए कि क्या दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी है. बाद में पता चला है कि किसी ने यह फेक पत्र सोशल मीडिया पर डाल दिया था. वहीं दिग्विजय सिंह ने X पर प्रतिक्रिया देते हुए एक पोस्ट किया. जिसमें लिखा कि "भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी. मैं अपनी अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा. मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं."

यहां पढ़ें...

दिग्विजय सिंह ने कराई FIR: इसी के साथ दिग्विजय सिंह ने ‘X’ पर अपनी पोस्ट के साथ 'फर्जी त्याग पत्र' को भी ऐड किया है. जिसमें दावा किया गया है कि पार्टी टिकटों के लिए उनके द्वारा अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किया गया. इसके बाद दिग्विजय सिंह ने पार्टी द्वारा भोपाल पुलिस के साइबर सेल में एफआईआर भी दर्ज कराई है. साथ ही एफआईआर की एक कॉपी 'एक्स’ पर शेयर की. जिसमें उन्होंने लिखा कि 'मप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सर, क्या आप इन झूठों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे"

144 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान: बता दें कांग्रेस ने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 144 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची रविवार को जारी की. जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत 69 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघौगढ़ से और उनके भाई लक्ष्मण सिंह को गुना के चचौड़ा विधानसभा सीट से टिकट दिया है. ये दोनों मौजूदा विधायक हैं.

भोपाल। नवरात्रि के पहले ही दिन कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर सियासत का पारा बढ़ा दिया है. वहीं दूसरी तरफ खबर आ रही है कि पार्टी में टिकट बंटवारे से नाराज कई नेता बगावती तेवर अपना रहे हैं. इसी सियासी हलचल के बीच रविवार को अचानक खबर आई कि कांग्रेस से राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि बाद में पता चला कि यह महज अफवाह है. इसे लेकर कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में शिकायत भी दर्ज कराई है और दिग्विजय सिंह ने भी अपना रियक्शन दिया है.

  • भाजपा @BJP4India झूठ बोलने में माहिर है। मैंने १९७१ में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी साँस तक कांग्रेस में रहूँगा।
    इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूँ। ⁦@INCIndia⁩ ⁦@DGP_MPpic.twitter.com/X1AjVQBXvb

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) October 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पत्र में लिखा दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा: दरअसल, रविवार को सोशल मीडिया पर एक पत्र सुर्खियों में बना रहा. जिसने भी यह पत्र पढ़ा वह भौचक्का रह गया. पत्र में दिग्विजय सिंह का नाम लिखा था. साथ ही लिखा था कि अपने पांच दशक के राजनीतिक सफर में मुझे कई अनुभव कांग्रेस में रहते हुए मिले हैं. कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश का मुख्यमंत्री रहने तक का मुझे मौका मिला. इसके बाद कांग्रेस ने मुझे राष्ट्रीय महासचिव से लेकर राज्यसभा सांसद तक बनाया, जिसके लिए मैं आभारी हूं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से शीर्ष नेतृत्व का निष्ठावान कार्यकर्ताओं के प्रति निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता देखकर मैं आहत हूं. इसके साथ ही लिखा कि मेरे दिए नामों पर केंद्रीय नेतृत्व ने विचार नहीं किया. निष्ठावान कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया. जिसके चलते मैं भारी मन से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.

दिग्विजय सिंह ने पत्र पर दी प्रतिक्रिया: यह पत्र वायरल होते ही लोगों चकित हो गए, सभी सोच में पड़ गए कि क्या दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी है. बाद में पता चला है कि किसी ने यह फेक पत्र सोशल मीडिया पर डाल दिया था. वहीं दिग्विजय सिंह ने X पर प्रतिक्रिया देते हुए एक पोस्ट किया. जिसमें लिखा कि "भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी. मैं अपनी अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा. मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं."

यहां पढ़ें...

दिग्विजय सिंह ने कराई FIR: इसी के साथ दिग्विजय सिंह ने ‘X’ पर अपनी पोस्ट के साथ 'फर्जी त्याग पत्र' को भी ऐड किया है. जिसमें दावा किया गया है कि पार्टी टिकटों के लिए उनके द्वारा अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किया गया. इसके बाद दिग्विजय सिंह ने पार्टी द्वारा भोपाल पुलिस के साइबर सेल में एफआईआर भी दर्ज कराई है. साथ ही एफआईआर की एक कॉपी 'एक्स’ पर शेयर की. जिसमें उन्होंने लिखा कि 'मप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सर, क्या आप इन झूठों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे"

144 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान: बता दें कांग्रेस ने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 144 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची रविवार को जारी की. जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत 69 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघौगढ़ से और उनके भाई लक्ष्मण सिंह को गुना के चचौड़ा विधानसभा सीट से टिकट दिया है. ये दोनों मौजूदा विधायक हैं.

Last Updated : Oct 15, 2023, 9:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.