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ज्ञानवापी मामले में नियुक्त कोर्ट कमिश्नर EXCLUSIVE: निष्पक्ष सर्वे की कही बात, सुरक्षा को लेकर जताई चिंता - वाराणसी लेटेस्ट न्यूज

श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए गुरुवार को अपना फैसला सुनाया और सर्वे करने का आदेश दिए हैं. इसके लिए बकायदा कोर्ट ने दो नए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की है. इनमें से एक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

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कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह.
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Published : May 13, 2022, 6:24 PM IST

वाराणसी: श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए गुरुवार को अपना फैसला सुनाया और सर्वे करने का आदेश दिए हैं. साथ ही कोर्ट ने 17 मई तक रिपोर्ट कोर्ट में सौंपने का आदेश दिया है. इसके लिए बकायदा कोर्ट ने दो नए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की है. तीन कोर्ट कमिश्नर के साथ सर्वे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इस दौरान फैसला पढ़ते वक्त सिविल जज ने एक बड़ी बात भी कही, उन्होंने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और कहा कि साधारण वाद को लेकर भय का माहौल है. इस वजह से मेरा भी परिवार चिंतित है. उन्हें मेरी सुरक्षा की चिंता है.


तैयारियां पूरी 14 मई से शुरू होगी सर्वे की प्रक्रिया: ईटीवी भारत से बातचीत में कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 14 और 15 मई को वीडियोग्राफी कराई जाएगी. इसके बाद 17 मई को रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाएगी. उन्होंने बताया कि इसके लिए कमीशन की टीम मस्जिद में जाएगी, जिसमें अधिवक्ता दोनों पक्ष के वादी और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी होगी. उन्होंने बताया कि कोर्ट ने आदेश दिया है कि पूरे मस्जिद का सर्वे किया जाए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह.
कोर्ट कमिश्नर कभी नहीं करता पक्षपात, निष्पक्षता से होगी जांच: बीते दिनों कोर्ट कमिश्नर एके मिश्रा पर लगे पक्षपात के आरोप पर उन्होंने कहा कि कोर्ट कमिश्नर कभी भी पक्षपात नहीं करता. यह एक साधारण वाद है, हमेशा निष्पक्षता के साथ कोर्ट कमिश्नर जांच की प्रक्रिया को पूरी करता है और इस बार सभी लोग पूरी निष्पक्षता के साथ सर्वे प्रक्रिया संपन्न कराएंगे.

यह भी पढ़ें- ज्ञानवापी मस्जिद केस सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, सर्वे पर रोक की मांग, CJI बोले- मामले को देखेंगे

सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं कोर्ट कमिश्नर: सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने बताया कि यह एक लंबा चलने वाला प्रकरण है. निश्चित तौर पर हमारे परिवार और हम सब को सुरक्षा की चिंता है, क्योंकि लगातार भय का माहौल बनाया जा रहा है. जिस तरह से कमीशन का विरोध किया गया है, वो चिंता में डालने वाला है. इस बिंदु पर हम सभी ने जिला प्रशासन से बातचीत की है. प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था की गई है. हम सब सुरक्षा घेरे में ही सर्वे करने जाएंगे.

कमीशन में होगी इनकी मौजूदगी: सर्वे की कार्रवाई में तीन कोर्ट कमिश्नर समेत 38 सदस्यों की मौजूदगी होगी, जिसमें वादी के तौर पर पांचों वादी महिलाएं, विपक्ष के तौर पर विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट, डीएम, पुलिस आयुक्त, अंजुमन इंतजामिया कमेटी और सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से तीन-तीन सदस्य मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही कोर्ट कमिश्नर के साथ उनके दो और साथी अधिवक्ता रहेंगे. इसके अलावा वीडियो ग्राफर फोटोग्राफर और कैमरामैन की मौजूदगी होगी.

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वाराणसी: श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए गुरुवार को अपना फैसला सुनाया और सर्वे करने का आदेश दिए हैं. साथ ही कोर्ट ने 17 मई तक रिपोर्ट कोर्ट में सौंपने का आदेश दिया है. इसके लिए बकायदा कोर्ट ने दो नए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की है. तीन कोर्ट कमिश्नर के साथ सर्वे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इस दौरान फैसला पढ़ते वक्त सिविल जज ने एक बड़ी बात भी कही, उन्होंने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और कहा कि साधारण वाद को लेकर भय का माहौल है. इस वजह से मेरा भी परिवार चिंतित है. उन्हें मेरी सुरक्षा की चिंता है.


तैयारियां पूरी 14 मई से शुरू होगी सर्वे की प्रक्रिया: ईटीवी भारत से बातचीत में कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 14 और 15 मई को वीडियोग्राफी कराई जाएगी. इसके बाद 17 मई को रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाएगी. उन्होंने बताया कि इसके लिए कमीशन की टीम मस्जिद में जाएगी, जिसमें अधिवक्ता दोनों पक्ष के वादी और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी होगी. उन्होंने बताया कि कोर्ट ने आदेश दिया है कि पूरे मस्जिद का सर्वे किया जाए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह.
कोर्ट कमिश्नर कभी नहीं करता पक्षपात, निष्पक्षता से होगी जांच: बीते दिनों कोर्ट कमिश्नर एके मिश्रा पर लगे पक्षपात के आरोप पर उन्होंने कहा कि कोर्ट कमिश्नर कभी भी पक्षपात नहीं करता. यह एक साधारण वाद है, हमेशा निष्पक्षता के साथ कोर्ट कमिश्नर जांच की प्रक्रिया को पूरी करता है और इस बार सभी लोग पूरी निष्पक्षता के साथ सर्वे प्रक्रिया संपन्न कराएंगे.

यह भी पढ़ें- ज्ञानवापी मस्जिद केस सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, सर्वे पर रोक की मांग, CJI बोले- मामले को देखेंगे

सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं कोर्ट कमिश्नर: सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने बताया कि यह एक लंबा चलने वाला प्रकरण है. निश्चित तौर पर हमारे परिवार और हम सब को सुरक्षा की चिंता है, क्योंकि लगातार भय का माहौल बनाया जा रहा है. जिस तरह से कमीशन का विरोध किया गया है, वो चिंता में डालने वाला है. इस बिंदु पर हम सभी ने जिला प्रशासन से बातचीत की है. प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था की गई है. हम सब सुरक्षा घेरे में ही सर्वे करने जाएंगे.

कमीशन में होगी इनकी मौजूदगी: सर्वे की कार्रवाई में तीन कोर्ट कमिश्नर समेत 38 सदस्यों की मौजूदगी होगी, जिसमें वादी के तौर पर पांचों वादी महिलाएं, विपक्ष के तौर पर विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट, डीएम, पुलिस आयुक्त, अंजुमन इंतजामिया कमेटी और सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से तीन-तीन सदस्य मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही कोर्ट कमिश्नर के साथ उनके दो और साथी अधिवक्ता रहेंगे. इसके अलावा वीडियो ग्राफर फोटोग्राफर और कैमरामैन की मौजूदगी होगी.

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